पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: पथरी शराब कांड में ग्रामीणों की मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। रविवार की सुबह एक ग्रामीण की मौत के बाद देर शाम एक दो और ग्रामीणों ने दम तोड़ दिया। वहीं, एक अन्य ग्रामीण को हायर सेंटर रेफर करना पड़ा। अभी तक मरने वालों का आंकड़ा 10 हो गया है। जबकि एक ग्रामीणों की हालत नाजुक बनी हुई है। इनके अलावा भी कई ग्रामीणों के बीमार होने की बात छिपाई जाने की आशंका से पुलिस प्रशासन के अधिकारी इन्कार नहीं कर रहे हैं। दूसरी तरफ, हरिद्वार औद्योगिक क्षेत्र में कुंभ के दौरान बनाए गए नगर निगम के एक शौचालय से तीन पेटी शराब बरामद होने से हड़कंप मच गया। पुलिस ने शराब कब्जे में लेकर अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।
शुरूआती छानबीन में पता चला है कि शौचालय के संचालन का जिम्मा एक भाजपा नेत्री के एनजीओ को सौंपा गया था। नगर निगम ने भी अपने स्तर से जांच बैठा दी है। मुख्य नगर आयुक्त दयानंद सरस्वती ने संस्था के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने का दावा किया है।

पथरी शराब कांड में ग्रामीण डर के कारण शराब से बीमारी की बात छिपा रहे हैं। इससे प्रशासन के दावों पर भी सवाल उठ रहे हैं। शनिवार को प्रशासन ने दावा किया था कि गांवों में अब कोई बीमार नहीं है। जबकि रविवार की सुबह तबियत बिगड़ने पर रूपचंद व सुखराम को उनके परिजन अस्पताल लेकर पहुंचे। रूपचंद की मौत हो गई और सुखराम को रेफर कर दिया गया। शाम होते-होते एक और ग्रामीण आशाराम की मौत हो गई। पता चला कि 60 साल का आशाराम पिछले चार दिन से हरिद्वार के एक अस्पताल में भर्ती था। जबकि कनखल के रामकृष्ण मिशन अस्पताल में भर्ती अजय ने महंत इंद्रेश अस्पताल देहरादून रेफर करने के दौरान दम तोड़ दिया। देहात में शराब से मचे हा-हाकार के बीच शहर कोतवाली क्षेत्र स्थित औद्योगिक क्षेत्र में एक शौचालय से तीन पेटी शराब मिलने से नया विवाद खड़ा हो गया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शराब जब्त कर ली। शुरूआती छानबीन में पता चला है कि शौचालय का संचालन कर्मयोगी कल्याणकारी समिति को दिया गया था। शहर कोतवाल राकेंद्र कठैत ने बताया कि फिलहाल अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। नगर निगम से इस बारे में पूछा जाएगा कि संचालन कौन कर रहा था, उसके खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। दूसरी तरफ, मुख्य नगर आयुक्त दयानंद सरस्वती ने बताया कि समिति के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जा रहा है।