अपराधहरिद्वार

साइबर ठग ने फोन पर “भांजा बनकर सुनाई मजबूरी, पौने दो लाख ठगकर बनाया दिया “मामू”..

आप भी हो जाएं सावधान, रिश्तेदार बनकर चूना लगा रहे ठग, मुकदमा दर्ज कर छानबीन में जुटी पुलिस..

पंच👊नामा ब्यूरो
हरिद्वार: साइबर ठग लोगों की गाढ़ी कमाई हड़पने के लिए नए-नए फंडे अपनाते हैं। ताजा मामले में ठग ने एक शख्स से उसका भांजा बनकर हूबहू उसी आवाज में बात की। कथित भांजे ने मामा को बताया कि मां की तबीयत खराब है और रुपयों की सख्त जरूरत है।

फाइल फोटो

आवाज के झांसे में फंसकर शख्स ने पौने दो लाख रुपये अपने मोबाइल से ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद असल भांजे से संपर्क किया तो माजरा समझ आ गया। फिलहाल पीड़ित की शिकायत पर शहर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।

फाइल फोटो

शहर कोतवाली की पुलिस और साइबर सेल की टीम मजबूरी सुनाकर मामू बनाने वाले ठग की तलाश में जुट गई है। ये अपने आप में नया मामला नहीं है। ऐसे कई और प्रकरण भी सामने आए हैं, जिनमें साइबर ठग ने परिचित बनकर ठगी की है। इसलिए हम सभी को सावधान व जागरुक रहने की जरूरत है। तभी ठगी से बचा जा सकता है।
—————————————–
अंजान नंबर से आई थी कॉल…..

फाइल फोटो

पुलिस के मुताबिक, शहर कोतवाली क्षेत्र की ब्रह्मपुरी बस्ती निवासी लक्ष्मी प्रसाद जोशी के मोबाइल फोन पर अंजान नंबर से एक कॉल आई। कॉल कर रहे शख्स की आवाज उसके भांजे से मिलती जुलती थी। उसने अपना परिचय भी भांजे के रूप में दिया और बताया कि मां यानि लक्ष्मी जोशी की बहन की तबीयत खराब है। इसलिए उसे कुछ रकम की जरूरत है।

फाइल फोटो

लक्ष्मी जोशी को लगा कि उसका भांजा ही बात कर रहा है और बहन के इलाज के लिए पैसे की जरूरत है। उसने अलग-अलग मोबाइल नंबर पर ऑनलाइन पौने दो लाख की रकम ट्रांसफर कर दी। कुछ देर बाद शक होने पर अपने भांजे से संपर्क साधा। पता चला कि उसकी बहन पूरी तरह ठीक है। ऑनलाइन ठगी का अहसास होने पर पीड़ित ने शहर कोतवाली पहुंचकर आपबीती बताई।
——————————————

फाइल फोटो: इंस्पेक्टर कुंदन सिंह राणा

शहर कोतवाली प्रभारी कुंदन सिंह राणा ने बताया कि संभवत: एक मोबाइल फोन एप्लीकेशन की मदद से ठगी को अंजाम दिया गया है। तहरीर के आधार पर धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कर लिया है। साइबर सेल की मदद से मामले की जांच की जा रही है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
Translate »
error: Content is protected !!