
पंच👊नामा-ब्यूरो रुड़की: आईआईटी रुड़की से करोड़ो रूपये के गबन के आरोप में उप-कारागार में बंद आरोपी की अचानक मौत होने से हड़कंप मच गया, म्रतक को रुड़की सिविल अस्पताल लाया गया है जहां पंचनामें की कार्रवाई के बाद शव का पोस्टमार्टम होगा। अस्पताल पहुँचे म्रतक के परिजनों ने जेल प्रशासन और आईआईटी प्रशासन पर गम्भीर आरोप लगाए है।
दरअसल रुड़की सिविल लाइन कोतवाली पुलिस ने 26 अक्टूबर को धीरज कुमार उपाध्याय पटेरहा थाना पडरौना जिला कुशीनगर उत्तर प्रदेश को गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी के वक्त आरोपी रुड़की के भंगेड़ी गांव में रह रहा था। पुलिस खुलासे में बताया था कि वह आईआईटी डीन ऑफिस में सीनियर असिस्टेंट क्लर्क था। 2017 से वह संस्थान की धनराशि अपने खाते में ट्रांसफर कर रहा था। फिलहाल उसके खाते में 20 लाख रुपए जमा थे। जिन्हें होल्ड करवा दिया गया था।
आरोप था कि धीरज ने करीब 13 बैंकों की ट्रांजक्शन दिखाकर एक करोड़ से अधिक का गबन किया था। जिसकी रिपोर्ट 11 दिसंबर 2020 को आईआईटी के कर्मचारी प्रशांत गर्ग ने पुलिस को तहरीर देकर दी थी। तहरीर के आधार पर सिविल लाइन कोतवाली पुलिस ने सम्बंधित धाराओं में आरोपी के खिलाफ केस दर्ज किया था। करीब एक वर्ष के बाद आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार किया था और उसे उपकारागार रुड़की में रखा गया था। आज अचानक उसकी मौत हो गई। अस्पताल प्रशासन के मुताबिक मौत का कारण हार्डटैक है हालांकि शव को रुड़की सिविल अस्पताल में रखा गया है जहां पँचनामा की कार्रवाई के बाद शव पोस्टमार्टम होगा। अस्पताल पहुचे म्रतक के परिजनों ने जेल प्रशासन और आईआईटी अधिकारियों पर गम्भीर आरोप लगाए है।