मदरसा तनवीर उल कुरआन में 42 वे सालाना जलसे का आयोजन..
उलेमाओं ने मिलजुलकर नशे को खत्म करने पर दिया ज़ोर..

पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: नशा बुराइयों में से एक बड़ी बुराई है जिसे खत्म करने की हम सबकी जिम्मेदारी है, मजहब ए इस्लाम में नशा हराम है। पैगम्बर मुहम्मद साहब ने भी नशे से बचने की तालीम दी है। ये बयान ज्वालापुर के सराय स्थित मदरसा तनवीर उल कुरआन के 42 वे सालाना जलसे में उलेमाओं ने दिए। उन्होंने लोगो स्व सच्चाई के रास्ते पर चलने का आह्वान किया। इस दौरान दारुल उलूम देवबंद के मुफ्ती मोहम्मद रियासत ने कहा कि पैगंबर मोहम्मद साहब के बताए मार्ग का अनुसरण करते हुए इंसानियत का पैगाम दें। उनके जीवन से प्रेरणा लेते हुए कौम की तरक्की में सहयोग करें। उन्होंने कहा कि अपना सुधार समाज की सबसे बड़ी सेवा है।
मौलाना मोहम्मद सलमान बिजनौरी, मौलाना अब्दुल सत्तार ने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति स्वंय का सुधार कर लें तो आदर्श समाज की स्थापना आसान होगी। दारुल उलूम देवबंद के मौलाना मोहम्मद इरफान, कारी मोहम्मद इकराम नन्हेड़ा, मौलाना मोहम्मद हसन मुजफ्फरनगर ने कहा कि पैगंबर मोहम्मद साहब ने हक और इंसानियत का पैगाम दिया है।
कहा कि आज विज्ञान तरक्की कर रहा है। इंसान को भी देश व समाज की प्रगति में अपनी भागीदारी तय करनी चाहिए। कहा कि समाज के लिए अभिशाप बन चुके नशे को जड़ से समाप्त करने में प्रत्येक व्यक्ति को आगे आकर योगदान करना होगा।
इस दौरान मदरसा प्रबंधक मौलाना मो. इलियास कासमी, मदरसा सदर मुकर्रम अंसारी, नायब सदर हाजी मो. कासिम, हाजी शफात अली, जमीअत अली, मो. इरशाद, मुशर्रफ अंसारी, इसरार अंसारी आदि मौजूद रहे।