देहरादून

उत्तराखंड पावर कॉर्पोरेशन के MD अनिल कुमार पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप, सुराज सेवा दल ने की जांच की मांग..

फर्जी टेंडर, कंपनी में इंटर्नशिप, महिला उत्पीड़न सहित कई मुद्दों पर उठाए सवाल, सुराज सेवा दल के अध्यक्ष रमेश जोशी ने लाइव डिबेट की दी चुनौती..

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पंच👊नामा-ब्यूरो
देहरादून: सुराज सेवा दल के अध्यक्ष रमेश जोशी और उनके सहयोगियों ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर उत्तराखंड पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड (UPCL) के प्रबंध निदेशक अनिल कुमार पर कई गंभीर आरोप लगाए। रमेश जोशी ने दावा किया कि अनिल कुमार ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में झूठे बयान देकर पत्रकारों को भ्रमित किया। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने अनिल कुमार के कामकाज, उनके फैसले, और कई अनियमितताओं के बारे में खुलकर बात की और कई सवाल उठाए।
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प्रेस कांफ्रेंस में उठाए गए सवाल….1:- फर्जी बैलेंस शीट का मुद्दा: रमेश जोशी ने आरोप लगाया कि मै0 आशीष ट्रांस पावर प्रा0 लि0 ने पिटकुल में फर्जी बैलेंस शीट जमा की थी, जिसमें ₹317.79 लाख का आंकड़ा दर्शाया गया था, जबकि उसी अवधि में रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज में ₹13.59 लाख की बैलेंस शीट प्रस्तुत की गई थी। इसके बावजूद अनिल कुमार ने इस कंपनी को करोड़ों के टेंडर दिए।2:- इंटर्नशिप विवाद: अनिल कुमार के बेटे ने इसी कथित फर्जी कंपनी में इंटर्नशिप की। रमेश जोशी ने सवाल उठाया कि भारत में इतनी बड़ी कंपनियों के होते हुए अनिल कुमार ने अपने बेटे की इंटर्नशिप इसी विवादित कंपनी में क्यों करवाई..? इसके अलावा, बेटे को इस इंटर्नशिप के दौरान केवल डेढ़ माह में 4 बार ₹40,000 से अधिक की रकम का भुगतान किया गया, जो अनियमित प्रतीत होता है।3:- सूचना न देने पर जुर्माना: जोशी ने बताया कि जब अनिल कुमार से मै0 आशीष ट्रांस पावर प्रा0 लि0 से जुड़ी जानकारी मांगी गई, तो उन्होंने RTI के तहत मांगी गई जानकारी नहीं दी, जिसके लिए सूचना आयोग ने उन पर ₹25,000 का जुर्माना लगाया था।4:- फर्जी टेंडर और अनुबंध: रमेश जोशी ने यह भी आरोप लगाया कि अनिल कुमार ने मै0 ईशान इंटरप्राइजेज नामक कंपनी को निविदा प्राप्त करने के लिए तीन DD (डिमांड ड्राफ्ट) अपने ही बैंक खाते से बनवाने की अनुमति दी और इस प्रकार टेंडर प्राप्त करवा दिए। इस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई, जिससे अनिल कुमार की भूमिका पर सवाल उठते हैं।5:- ट्रांसफॉर्मर की गुणवत्ता पर सवाल: जोशी का आरोप है कि अनिल कुमार ने मै0 आई0एम0पी0 नामक कंपनी से ट्रांसफॉर्मर खरीदने के लिए गलत तरीके से एल2 को एल1 बनाकर अनुबंधित किया। इन ट्रांसफॉर्मरों की गुणवत्ता खराब होने की शिकायत भी समय पर अधिशासी अभियंता द्वारा की गई थी, परंतु उसे अनसुना कर दिया गया। जोशी ने चुनौती दी कि श्रीनगर उपसंस्थान में लगे ट्रांसफॉर्मरों में प्रयुक्त तेल की मात्रा की जांच कराई जाए, जिसमें वे खुद खर्च वहन करने को तैयार हैं।6:- महिला उत्पीड़न का मामला: जोशी ने कहा कि पिटकुल में एक महिला अवर अभियंता के उत्पीड़न का मामला भी सामने आया है, जिसमें अनिल कुमार पर आरोप लगे थे, लेकिन अब तक उस मामले की निष्पक्ष जांच नहीं कराई गई है। पिटकुल की जांच समिति ने भी अनिल कुमार को दोषी पाया था, लेकिन शासन द्वारा कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई।7:- अनियमित सेवा विस्तार: जोशी ने आरोप लगाया कि अनिल कुमार 60 वर्ष की आयु पूरी कर चुके हैं, इसके बावजूद प्रबंध निदेशक के पद पर बने हुए हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें सेवा विस्तार का कोई आधिकारिक आदेश नहीं मिला है, जो शासन की प्रक्रियाओं पर सवाल उठाता है।8:- संबंध और भ्रष्टाचार के आरोप:- रमेश जोशी ने आरोप लगाया कि अनिल कुमार और मै0 आशीष ट्रांस पावर प्रा0 लि0 एवं मै0 ईशान इंटरप्राइजेज के मालिकों के बीच निजी संबंध हैं। जोशी का कहना है कि आशीष मिमानी, जो मै0 आशीष ट्रांस पावर प्रा0 लि0 के मालिक हैं, राजेंद्र मिमानी के पुत्र हैं, जो मै0 ईशान इंटरप्राइजेज के मालिक हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि अनिल कुमार ने अपनी ताकत का इस्तेमाल करते हुए इन कंपनियों को करोड़ों रुपये के अनुबंध दिलवाए। इसके अलावा, अनिल कुमार के बेटे की इंटर्नशिप इन कंपनियों में करवाई गई, जिससे रिश्वत के तौर पर मोटी रकम उनके खाते में आई।9:- अदालत में याचिका दायर करने का संकल्प:- रमेश जोशी ने अपने बयान में कहा कि वह सूचना के अधिकार अधिनियम के तहत अनिल कुमार के सेवा विस्तार से संबंधित जानकारी के लिए आवेदन करेंगे। इसके बाद वह माननीय न्यायालय में इस मामले को उठाने का भी संकल्प रखते हैं।
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प्रेस कॉन्फ्रेंस में उपस्थिति….इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में सुराज सेवा दल के अन्य प्रमुख पदाधिकारी, जैसे देवेंद्र बिष्ट, कावेरी जोशी, हिमांशु धामी, मोनिका, शिवम, शाह आलम, अजय मोर्या, इंतजार प्रधान, और अतीश मिश्रा सहित कई कार्यकर्ता उपस्थित थे।

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