
पंच👊नामा ब्यूरो: बाप-बेटे की आंख में मिर्च डालकर 10 लाख रुपये लूटने वाला सेना का सिपाही निकला। वह अपने एक दोस्त को सात लाख रुपये लेकर सेना में भर्ती कराने के लिए देहरादून लेकर आया था। उसी दौरान घटना को अंजाम देने के बाद वह दिल्ली फरार हो गया और आईपीएल की सट्टेबाजी में रकम लगा दी। देहरादून पुलिस आरोपी को दिल्ली से दबोच कर ले आई।
राजधानी के पुलिस कप्तान जन्मेजय प्रभाकर खंडूरी ने बताया कि स्टेट बैंक आफ इंडिया की शिमला बाइपास शाखा के बाहर इंजीनियर राधेकृष्ण नैनवाल व उनके पिता की आंखों में मिर्च डालकर 10 लाख रुपए लूट लिए गए थे। इस मामले में छानबीन करते हुए पुलिस टीम ने आरोपी हरियाणा में जोजो खुर्द भिवानी निवासी सत्येंद्र जाट को गिरफ्तार किया है। वह आर्मी में सिपाही है और बरेली में तैनात है। आरोपी ने पूछताछ में बताया कि पांच अप्रैल को वह अपने दोस्त को भर्ती करवाने के लिए देहरादून लाया था और भर्ती कराने के नाम पर उसने सात लाख लिए थे। दोपहर 2:30 बजे वहां शिमला बाईपास स्थित एसबीआई की शाखा से 300 रुपये जमा कराने के लिए गया था, जहां उसने देखा कि एक खाता धारक बैंक से 10 लाख रुपये निकाल रहा है। तुरंत उसने लूट की योजना बनाई और निकट ही एक दुकान से मिर्च पाउडर लेकर आया। जैसे ही व्यक्ति पैसों का बैग लेकर बाहर आया और कार में बैठा तो उनकी आंखों में मिर्च डालकर 10 लाख रुपये लूट लिए। आसपास के लोग पीछे भागे तो वह सात लाख रुपये घटनास्थल पर छोड़कर फरार हो गया था। पुलिस आरोपी को चंद्रबदनी में ढूंढती रही। जबकि आरोपी वहां से आईएसबीटी पहुंचा और वोल्वो में बैठकर दिल्ली चला गया। दिल्ली पहुंच कर उसने कुछ रुपए बैंक में जमा किए और कुछ आईपीएल में सट्टा लगा दिया। पुलिस को आरोपी के पास से केवल 45 हजार रुपए बरामद हुए।