पंच👊नामा ब्यूरो
उत्तराखंड पुलिस का एक सिपाही फर्जी दस्तावेजों के आधार पर भर्ती होकर 23 साल तक नौकरी करता रहा। मामला उधमसिंहनगर जिले का है। जबकि सिपाही नैनीताल के कालाढूंगी का निवासी है। सतर्कता विभाग की जांच के बाद सिपाही के खिलाफ पंतनगर थाने में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। खबरों के अनुसार, ग्राम बंडिया खटीमा निवासी चंद्रप्रकाश ने निदेशक सतर्कता मुख्यालय देहरादून को वर्ष 2021 में एक शिकायत भेजी थी। जिसमें आरोप लगाया था कि नैनीताल जिले के कालाढूंगी में तैनात सिपाही राजीव कुमार का वास्तविक नाम सत्यपाल है। आरोप था कि ग्राम वीरेंद्रनगर गोठा सितारगंज निवासी सत्यपाल वर्ष 1990 में राजकीय इंटर कॉलेज सितारगंज से हाईस्कूल की परीक्षा में अनुत्तीर्ण हो गया था। उसका विद्यालय का एसआर नंबर 2115 है। बाद में सत्यपाल ने राजीव कुमार नाम से दस्तावेज तैयार करवाए और इसी नाम के दूसरे शख्स के शैक्षिक अभिलेखों के सहारे राज्य गठन से पहले ही पुलिस में भर्ती हो गया और 22 वर्ष से नौकरी कर रहा है। शिकायत पर सतर्कता विभाग ने अपनी तफ्तीश की। जांच में लगाए गए आरोपों की पुष्टि होने के बाद आरोपी सिपाही पर मुकदमा दर्ज करने के लिए ऊधमसिंहनगर पुलिस को पत्र भेजा। इसके बाद कालाढूंगी में तैनात सिपाही के विरुद्ध थाना पंतनगर में सिपाही सत्यपाल उर्फ राजीव कुमार पर धोखाधड़ी का मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया।