बदमाशों के हमले में आंख गंवाने वाले सिपाही के परिजन को मिले नौकरी..
विधायक, नेताओं की चुप्पी पर सवाल, हरिद्वार के अधिवक्ता ने डीजीपी को भेजी चिट्ठी..
पंच👊नामा ब्यूरो
हरिद्वार: रानीपुर कोतवाली क्षेत्र में बदमाशों के हमले में आंख गंवाने वाले सिपाही के परिजन को नौकरी देने की मांग करते हुए हरिद्वार के अधिवक्ता अरुण भदौरिया ने डीजीपी को पत्र लिखा है। पंजाब में सिपाही का हाथ काटने की घटना का हवाला देते हुए हरिद्वार के विधायकों व नेताओं की चुप्पी पर भी सवाल उठाए गए हैं।पत्र में अरुण भदौरिया ने लिखा है कि हरिद्वार के कोतवाली रानीपुर शिवालिक नगर क्षेत्र में 25 व 26 मई 2022 की रात्रि में दो पुलिसकर्मी प्रीतपाल व विजयपाल ने कुछ बदमाशों को संदिग्ध हालत में जब देखा तो अपनी कर्मठता व ड्यूटी के प्रति संविधान के तहत ली गई कसम को निभाते हुए और अपनी जान को हथेली में रखते हुए जब उन बदमाशों को पकड़ा तो उनके साथ अन्य बदमाशों ने उनकी आंख पर गुलेल से वार किया। जिससे एक सिपाही प्रितपाल सिंह की आंख हमेशा हमेशा के लिए डॉक्टरों की राय के अनुसार खत्म हो गई और उस आंख को निकाल दिया गया। हाल में ही पंजाब में कांस्टेबल का हाथ ड्यूटी के समय एक निहंग सिख ने काट दिया गया था, डॉक्टरों ने तत्परता करते हुए पुलिसकर्मी का हाथ जोड़ दिया और उनको प्रमोशन दिया गया और उनके परिवार के एक बेटे को पुलिस विभाग में ही नौकरी दी गई। मैंने स्वयं जो हरिद्वार के काफी नर्सिंग होम का डॉक्टर होने के नाते देश के अन्य जगह पैनल में एडवोकेट होने के नाते जगह-जगह डॉक्टरों को मैसेज भी किया है की सिपाही प्रीतपाल सिंह की आंख को दोबारा उसी स्थिति में लाने के लिए प्रयास किया जाए ,बहुत से लोग अपनी आंख का ,अपने शरीर का देह दान करते हैं जिसके लिए मैंने प्रक्रिया की हुई है ।इसके साथ ही ड्यूटी पर अपनी जान देने का इरादा रखने वाले इन दोनों पुलिसकर्मियों को आउट ऑफ़ प्रमोशन दिया जाए । जिसमें प्रीतपाल सिंह के परिवार से किसी को भी सरकारी नौकरी दी जाए। ताकि उत्तराखंड राज्य के समस्त पुलिसकर्मियों का मनोबल बढ़ सके। आप यहां पर भी ध्यान दें कि वह चारों बदमाश शिवालिक नगर में जो पहले वृद्ध पति-पत्नी की जिस प्रकार से हत्या की गई थी और उस हत्या के बाद हमारे जनपद हरिद्वार के विधायकों ने नेताओं ने आसपास के लोगों ने जिस प्रकार से हंगामा किया, अत्यंत दुख की बात है कि एक पुलिसकर्मी की आंख गुलेल से खराब कर दी परंतु कोई विधायक कोई जनप्रतिनिधि कोई नेता इस संबंध में नहीं, बोला और मुझे पूरी उम्मीद जताई है कि उन चारों बदमाशों द्वारा ऐसी ही घटना करने की योजना निश्चित रूप से होगी और वह जरूर कोई संगीन वारदात करने आए होंगे और इन दोनों पुलिसकर्मियों की कर्मठता के कारण वह सफल हो गए और इन दोनों ने अपनी जान को हथेली पर रखकर और उनके इरादे ना काम किए मैंने इस संबंध में प्रदेश के डीजीपी अशोक कुमार व जनपद हरिद्वार के एसएसपी डॉक्टर योगेंद्र सिंह रावत जी को पत्र देकर दोनों पुलिसकर्मियों को आउट ऑफ टर्न प्रमोशन प्रितपाल सिंह के परिवार में एक व्यक्ति विभाग में नौकरी दिए जाने के लिए पत्र दिया है और मुझे उम्मीद है कि पुलिस विभाग के उच्च अधिकारी इस संबंध में शीघ्र अति शीघ्र प्रस्ताव ड्राफ्ट बनाकर राज्य सरकार को भेजेंगे