
पंच👊नामा ब्यूरो
हरिद्वार: एटीएम कार्ड बदलकर युवती के खाते से 88 हजार रुपये निकालने वाले शातिर को बहादराबाद की पुलिस हरियाणा से गिरफ्तार कर ले आई है। आरोपी आपराधिक जनजाति सांसी से ताल्लुक रखता है। बहादराबाद थाना प्रभारी नितेश शर्मा के नेतृत्व में एटीएम धोखाधड़ी की घटना का खुलासा होने के बाद चौकाने वाली बात भी सामने आई है। अमूमन चोरी की घटनाओं में माहिर सांसी बिरादरी के लोग अब एटीएम धोखाधड़ी के धंधे में भी उतर गए हैं। पकड़े गए आरोपी से अलग-अलग बैंकों के 9 एटीएम कार्ड बरामद हुए हैं। उसके फरार साथी की तलाश चल रही है। इस उपलब्धि पर पुलिस कप्तान डॉक्टर योगेंद्र सिंह रावत ने बहादराबाद पुलिस की पीठ थपथपाई है।
एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार ने बताया कि रीता कुमारी पुत्री रणवीर सिंह निवासी ग्राम चौसाना जिला शामली उत्तर प्रदेश बीते 19 मई को बहादराबाद बस अड्डे के पास स्थित यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के एटीएम से पैसे निकालने पहुंची थी। तभी अज्ञात व्यक्तियों ने एटीएम कार्ड धोखाधड़ी से बदलकर 88 हजार 700 रुपये खाते से निकाल लिए थे।
थानाध्यक्ष बहादराबाद नितेश शर्मा के नेतृत्व मे उपनिरीक्षक हेमदत्त भारद्वाज, कांस्टेबल बलबीर व सुनील चौहान की टीम ने पतारसी सुरागरसी, मोबाईल सर्विलांस व सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपियों की तलाश की। व्हाट्सएप फेसबुक के माध्यम से सीसीटीवी फुटेज और फोटो शेयर करने पर यह जानकारी मिली कि यह घटना हरियाणा के सांसी बिरादरी के लोगों ने की है, जो कि एक अपराधिक गतिविधियों यथा चोरी ,लूट ,एटीएम धोखाधड़ी जैसे अपराध में लिप्त रहने वाली जनजाति है।
तलाश करते हुए हरियाणा के हिसार से अनूप सिंह पुत्र सुरेश कुमार को ग्राम सिसाय थाना हांसी हिसार हरियाणा को गिरफ्तार किया गया। आरोपी ने पूछताछ मे बताया कि उसने अपने साथी श्यामसुंदर निवासी मंगल कालोनी करनाल हरियाणा के साथ मिलकर एटीएम बदलकर धोखाधडी की थी। बहादराबाद थाना प्रभारी नितेश शर्मा ने बताया कि श्यामसुंदर को भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। गिरफ्तार अनूप सिंह के कब्जे से अन्य बैंकों के 9 एटीएम कार्ड बरामद हुए हैं।
महिलाओं को बनाते थे शिकार…
हरिद्वार: साइबर क्राइम और एटीएम कार्ड बदलकर धोखाधड़ी की घटनाओं से बचने का एकमात्र उपाय सावधानी है।
बहादराबाद थानाध्यक्ष नितेश शर्मा ने बताया कि आरोपी खासतौर पर ऐसे एटीएम पर पहुंचते थे, जहां महिलाएं पैसे निकालने आती थी। बातों में उलझा आने के बाद वह मदद के नाम पर एटीएम कार्ड लेकर बदल लेते थे और फिर मशीन में खराबी का बहाना बनाकर दूसरा एटीएम कार्ड उन्हें लौटा देते थे। महिलाओं के वापस जाने के बाद उस एटीएम का इस्तेमाल कर खाते से रकम निकाल दी जाती थी। यह पूरी घटना एटीएम के सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई थी। वही साइबर सेल के प्रभारी इंस्पेक्टर चंद्र चंद्राकर नैथानी का कहना है कि सावधानी बरतकर ऐसी घटनाओं को रोका जा सकता है। एटीएम में पैसे निकालने के दौरान किसी भी अनजान व्यक्ति को अपना एटीएम कार्ड ना दें और अपना पासवर्ड तो बिल्कुल भी ना बताएं।