श्रीमहंत ज्ञानदेव सिंह को वाई श्रेणी की सुरक्षा दे सरकार..
सीएम को भेजी चिट्ठी, निर्मल अखाड़े में गार्द सुरक्षा उपलब्ध कराने की मांग..

पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: पंचायती अखाड़ा निर्मल के अध्यक्ष श्रीमहंत ज्ञानदेव सिंह को वाई श्रेणी की सुरक्षा उपलब्ध कराने की मांग मुख्यमंत्री से की गई है। इस बाबत मुख्यमंत्री को दो अलग-अलग लिखित मांग पत्र भेजे गए हैं।

जिसमें अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्र पुरी (महानिर्वाणी) ने भी इस मांग का समर्थन करते हुए श्री महंत ज्ञानदेव सिंह को वाई श्रेणी की सुरक्षा और अखाड़े में गार्द सुरक्षा उपलब्ध कराने की मांग की है। पंचायती अखाड़ा निर्मल को लेकर विवाद लगातार बना हुआ है। अखाड़े के कोठारी महंत और अखाड़ा परिषद के कोषाध्यक्ष महंत जसविंदर सिंह शास्त्री ने मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर बताया कि 1993 से अखाड़े के अध्यक्ष श्री महेंद्र ज्ञानदेव सिंह महाराज हैं। साल 2017 के एक स्टे आर्डर का हवाला देते हुए कोठारी महंत ने कहा कि श्री महंत ज्ञानदेव सिंह के कार्य में कोई हस्तक्षेप, अखाड़े संबंधी मीटिंग या नया पद सृजित करने पर कोर्ट की रोक है। आरोप लगाया कि इसके बावजूद अमृतसर पंजाब निवासी कश्मीर सिंह, रेशम सिंह, जगजीत सिंह निवासी निर्मल संतपुरा कनखल और प्रेम सिंह, गोपाल सिंह आदि खुद को निर्मल अखाड़े का पदाधिकारी बताते हुए कब्जा करने की फिराक में है। इसलिए श्रीमान ज्ञानदेव सिंह की जान को भी खतरा है।

उन्होंने प्रार्थना पत्र के साथ मुख्यमंत्री को कोर्ट के आदेश की कॉपी भेजते हुए श्रीमहंत ज्ञानदेव सिंह के लिए वाई श्रेणी की सुरक्षा और अखाड़े के लिए गार्द सुरक्षा उपलब्ध कराने की मांग की। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्री महंत रविंद्रपुरी महानिर्वाणी अखाड़ा ने भी मांग पत्र पर हस्ताक्षर करते हुए मुख्यमंत्री से श्रीमहंत के लिए वाई श्रेणी और अखाड़े के लिए गार्द सुरक्षा की मांग की।