अपराधउत्तराखंड

स्मैक की लत से तंग पिता और भाई ने मिलकर बड़े बेटे को मौत के घाट उतारा..

नशे में परिवार से झगड़ा करता था युवक, आरोपी बाप-बेटे गिरफ्तार, मां और बहन की भूमिका भी संदिग्ध

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पंच👊नामा-ब्यूरो
नई पीढ़ी को दीमक की तरह खोखला करने वाला स्मैक का नशा ना सिर्फ समाज में बढ़ते अपराध का कारण बन रहा है, बल्कि रिश्तो के कत्ल की वजह के रूप में भी सामने आने लगा है। नैनीताल जिले के रामनगर सावल्दे पश्चिम गांव में एक बाप और बेटे ने मिलकर स्मैक के आदि बड़े बेटे को मौत के घाट उतार डाला। घर में रोज़ाना के झगड़ों से तंग आकर उन्होंने यह खौफनाक कदम उठाया। जांच में हत्याकांड की वजह सामने आने पर पुलिस ने आरोपी बाप-बेटे को गिरफ्तार कर लिया और मां बेटी की भूमिका की भी जांच की जा रही है।

फाइल फोटो

कोतवाल अरुण कुमार सैनी के मुताबिक, भूपाल बिष्ट पुत्र मोहन सिंह बिष्ट को उसके परिजन बीते 12 जून को मृत अवस्था में संयुक्त चिकित्सालय लाए। जांच में पता चला कि भूपाल की गला काटकर हत्या की गई है। परिजनों ने कोई तहरीर नहीं दी तो शक गहरा हो गया। पता चला कि भूपाल के नशे की लत और आए दिन अपनों से झगड़ा, मारपीट करने की वजह से पूरा परिवार परेशान था। इसीलिए 13 जून को मोहन और उसके छोटे बेटे दीपक ने मिलकर चाकू से उसका गला रेत डाला।

फाइल फोटो

12 जून को भूपाल का छोटा भाई दीपक काशीपुर से सावल्दे पहुंचा तो भूपाल ने उससे झगड़ा किया और मारपीट कर दी। 13 जून को फिर उसने मां, बहन, पिता, ताऊ व छोटे भाई दीपक के साथ मारपीट की। इसके बाद पिता मोहन, भाई दीपक ने सब्जी काटने वाले चाकू से भूपाल के गले पर दो प्रहार किए, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। उसके बाद सभी ने मिलकर भूपाल की लाश घर के गेट से बाहर सड़क पर फेंक दी। बाद में फंसने की डर से मोहन 108 से भूपाल की लाश को अस्पताल लेकर गए। पुलिस ने घटना में इस्तेमाल चाकू भी बरामद कर लिया है। दोनों को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया है। इस मामले में बहन किरन व मां राधा देवी की भी संलिप्तता होने की बात सामने आ रही है। इनकी भी गिरफ्तारी की जाएगी।
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स्मैक ने छीन ली जिंदगी, अपनों के दामन पर लगा दाग…..
मोहन सिंह की तीन संतान हैं, जिनमें सबसे बड़ा भूपाल बिष्ट उर्फ रोहित ठाकुर था। दूसरे नंबर का दीपक बिष्ट तथा तीसरे नंबर की बहन किरन बिष्ट है। घर पर भूपाल के ताऊ आनंद सिंह भी रहते हैं। दीपक राधे डिग्री कालेज काशीपुर में संविदा अनुसेवक है तथा कालेज कैंपस में ही रहता है। जबिक भूपाल घर के बगल में ही परचून व सब्जी की दुकान चलाता था। तीन साल से वह स्मैक पीने का आदी हो गया था। नशे का शौक पूरा करने के लिए वह स्वजनों से अक्सर पैसों की मांग करता था। पैसे न देने पर घर वालों से गालीगलौज व मारपीट भी करता था। बीती 11 जून को भूपाल ने शाम को घर पर झगड़ा किया तथा अपने ताऊ आनंद सिंह से मारपीट कर उनका अंगूठा भी चबा दिया था। इस पर उसके पिता मोहन सिंह ने भूपाल के खिलाफ रिपोर्ट लिखाई थी।
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नशा मुक्ति केंद्र से लौटा था….
भूपाल सिंहः पुलिस के मुताबिक, भोपाल सिंह इस कदर नशे की गिरफ्त में आ चुका था कि उसे अच्छा बुरा कुछ समझ में नहीं आता था. उसके घर वालों ने कई बार उसे नशा मुक्ति केंद्र भेजा था. नशा मुक्ति केंद्र से आने के बाद कुछ दिन ठीक रहता था, फिर नशा करने लग जाता था. बीती 11 जून को भी भूपाल ने शाम के समय घर में झगड़ा किया था. साथ ही अपने ताऊ आनंद सिह के साथ मारपीट कर उनका अंगूठा काट दिया था, जिसमें 5-6 टांके आए थे।
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परचून/सब्जी की दुकान चलाता था भूपाल सिंह…
भूपाल का भाई दीपक बिष्ट राधे हरि डिग्री कॉलेज काशीपुर में संविदा अनुसेवक है. वो कॉलेज कैंपस में ही रहता है. छुट्टी के दिन और शनिवार-रविवार को ही घर आता जाता है. भूपाल सिंह घर के बंगल में ही परचून/सब्जी की दुकान चलाता था. बताया जा रहा है कि वो पिछले तीन सालों से स्मैक पीने का आदी हो गया था और वो घर पर पैसे की डिमांड भी करता था. आरोप है कि पैसे न देने पर घरवालों से गाली गलौज मारपीट भी करता था।

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