
पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: बैंक आफ इंडिया में चाय-पानी पिलाने का काम करने वाला एक दैनिक कर्मचारी खाता धारकों को लाखों रुपये का चूना लगाकर फुर्र हो गया। मामला ज्वालापुर के सराय गांव स्थित बैंक शाखा का है। महिला खाताधारकों ने रकम अपने-अपने बैंक खाते में जमा कराने के लिए दी। कर्मचारी ने उन्हें रसीद भी दी, पर रकम जमा करने के बजाय हजम कर ली। कई महीने बाद भी कर्मचारी हाथ नहीं आने पर अब बैंक मैनेजर ने उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस ने उसकी तलाश शुरू कर दी है।
पुलिस के मुताबिक, बैंक आफ इंडिया की सराय शाखा के मैनेजर अरविंद चौहान ने पुलिस को तहरीर देकर बताया कि बैंक शाखा में अर्जुन सिंह निवासी जगधान, लोहारी चकराता, देहरादून दैनिक मजदूरी पर कार्यरत था। बैंक में उसका काम केवल, चाय, पानी पिलाना व शाखा की सफाई करना था। बीते पांच मार्च से वह शाखा में नहीं आया। तत्कालीन मैनेजर अर्जुन से बात की तो उसका कहना था कि दादी का देहांत हो गया है। दो तीन दिन बाद कुछ लोग अर्जुन को पूछने बैंक में पहुंचे तो कर्मचारियों ने उनको भी यही बताया। कई दिन तक अर्जुन वापस नहीं लौटा तो 14 मार्च को मेहुरुन्निशा शिकायती पत्र देकर बताया कि उसने अर्जुन को 33 हजार 500 रुपये जमा कराने के लिए दिए थे। जिसकी एक रशीद भी अर्जुन सिंह ने दी थी। लेकिन पैसा खाते में जमा नहीं हुआ। इसी तरह सराय निवासी जमशीदा ने बताया कि उसने 50 हजार रुपये अर्जुन को जमा करने के लिए दिए थे। रसीद मिलने के बावजूद पैसे खाते में जमा नहीं हुए। ऐसे कई खाताधारकों ने अपनी पीड़ा बताते हुए बैंक के बाहर हंगामा भी किया था। धोखाधड़ी का पता चलने पर बैंक ने अर्जुन से संपर्क साधने का प्रयास किया, पर उसका कुछ पता नहीं चल पाया। इस मामले में मैनेजर ने पुलिस को तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की। ज्वालापुर कोतवाल आरके सकलानी ने बताया कि आरोपित के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा।