ब्लॉक के बजट से निगम क्षेत्र में सड़क बनवाने में अधिकारियों की भूमिका की होगी जांच..
जिले तक पहुंची ब्लॉक अधिकारियों की कारगुजारी..

पंच👊नामा
रुड़की: ब्लॉक के पैसों से निगम क्षेत्र में बनाई गई इंटरलॉकिंग सड़क का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। सड़क निर्माण पर सवालों के घेरे में आए रुड़की विकास खण्ड अधिकारियों की कारगुजारी जिले तक पहुँच चुकी है, उधर विधायक के प्रस्ताव का हवाला देने के बाद मामला राजनीतिक रूप लेता भी दिखाई पड़ रहा हैं। बहरहाल जिले पर बैठे आलाअधिकारी मामले की गम्भीरता को देखते हुए जांच कराने की बात कह रहे है। ये भी सच है कि यदि जांच निष्पक्ष हुई तो कई अधिकारियो की कुर्सी पर आंच आ सकती है।
आपको बता दे कुछ माह पूर्व रुड़की विकास खण्ड की ओर से करीब 10 लाख की लागत वाली इंटरलॉकिंग सड़क का निर्माण रुड़की नगरनिगम के वार्ड नम्बर 19 में कराया गया था, मामला ने तूल उस समय जब ब्लॉक द्वारा बनाई गई सड़क पर बोर्ड लगा दिया। पहले तो लोग अचंभित हुए कि ग्रामीण क्षेत्रों के लिए स्थापित ब्लॉक ने निगम क्षेत्र में सड़क कैसे बनाई, उसके बाद जो कहानी निकल कर आई वो और दिलचस्प थी। दरअसल ब्लॉक के अधिकारी का कहना था कि इस सड़क का निर्माण झबरेड़ा से कांग्रेस विधायक वीरेंद्र जाति के प्रस्ताव पर बनाई गई है। लेकिन जब इस बाबत विधायक वीरेंद्र जाति से बात हुई तो उन्होंने बताया कि उन्हें इसकी जानकारी नही है। अब सवाल ये उठता है कि झबरेड़ा विधायक स्वंम रुड़की निगम के पदेन सदस्य है, यदि निगम के वार्ड में सड़क की आवश्यकता थी तो पहले ये समस्या निगम में रखी जाती, उसके बाद खुद विधायक जी के पाश उनकी निधि मौजूद है, लेकिन सीधे ब्लॉक में प्रस्ताव जो कि ग्रामीण क्षेत्रों के उत्थान का जिम्मा रखता है, उसका पैसा निगम क्षेत्र के लिए प्रस्ताव करना कहा तक उचित है। वही सवाल ये भी उठता है कि क्या ब्लॉक के अधिकारी प्रस्ताव पर अपनी आख्या प्रस्तुत नही कर सकते थे, जिन्होंने सीधे ही आदेश के अनुपालन में ब्लॉक के 10 लाख रुपये निगम क्षेत्र के हवाले कर दिए। ऐसे में ब्लॉक क्षेत्र में आने वाले गाँव जहा सड़को की हालत खस्ताहाल है, वो विकास खण्ड की ओर आंखे तक रहे है। हरिद्वार मुख्य विकास अधिकारी प्रतीक जैन का कहना है कि मामला संज्ञान में आया है, सम्बंधित अधिकारियों से जानकारी ली जाएगी, और मामले की जांच कराई जाएगी।