
पंच👊नामा-पिरान कलियर: हर वक़्त चहल पहल वाली दरगाह में चोरी होना और उसे अंदेखा करना पूरे प्रबंधन तंत्र पर सवाल खड़े कर रहा है। साथ ही सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवालियां निशान लगा रहा है। ऐसे में नोटों से भरी गोलखे, सोने चांदी के आभूषण, और कीमती सामान की रक्षा ये कहे साबिर पाक के भरोसे चल रही है। क्योंकि दरगाह के पास व्यवस्थाओं के लिए करीब आधा दर्जन सुपरवाइजर, दर्जनों कर्मचारी और सुरक्षा के लिए कई पीआरडी जवान मौजूद है, बावजूद इसके दरगाह में चोरी होना, पूरे प्रबंधन तंत्र को सवालों के घेरे में लाकर खड़ा करता है। सूत्र बताते है चोरी की घटन्स करीब दो माह पूर्व हुई, जिसकी जानकारी दरगाह कार्यालय तक पहुँची लेकिन उसे अंदेखा कर दिया गया, इसके पीछे क्या वजह रही ये तो वही जाने लेकिन चोरी की घटना ने दरगाह की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़े कर दिए, और मैनेजमेंट की लापरवाही को उजागर करने की काम किया है। बहरहाल पुलिस ने सज्जादा परिवार के सदस्य असद साबरी की तहरीर पर अज्ञात में मुकदमा दर्ज कर लिया है। लेकिन यहां बड़ी बात ये है कि चोरी की जानकारी होने पर भी प्रबंधन तंत्र की ओर से कोई तहरीर पुलिस को नही दी गई।
ग़ौरतलब है कि कुछ माह पूर्व मुंबई की खानकाह बज़्म-ए-तसल्लिया के गद्दीनशीन सुफियान बाबा ने दरगाह साबिर पाक के पैताने वाले दरवाजों से पुरानी चांदी उतरवाकर नई चांदी की नक्कासी और उनपर कीमती पत्थरों को जड़वाया था, दरवाज़ों के साथ उनकी ऊपर की मेहराब पर भी चांदी की परत चढ़ाई गई थी। अब अंदर वाली साइड में दरवाजों के ऊपर लगी मेहराब पर चांदी की परत गायब है। जब ये माजरा सज्जादा परिवार के सदस्य असद साबरी ने देखा तो घटना का पता चला, असद साबरी ने पुलिस को तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की, तो वही पुलिस ने भी मामले की गंभीरता को भांपते हुए तत्काल अज्ञात में मुकदमा दर्ज कर लिया और जांच शुरू कर दी। अब सवाल ये उठता है कि दरगाह मैनेजमेंट के पास पीआरडी कर्मी, सुपरवाइजर, कर्मचारियों सहित बड़ी फौज मौजूद है, इसके साथ ही दरगाह पूरी तरह सीसीटीवी कैमरों से लैस है, बावजूद इसके दरगाह से चोरी होना, मैनेजमेंट की लापरवाही को दर्शाता है। साथ ही दरगाह में मौजूद सोने चांदी के कलश, नोटों से भरी गोलख और अन्य कीमती सामान की रक्षा पर भी सवाल खड़े करता है। सूत्र बताते है कि ये चोरी करीब दो माह पूर्व हुई थी, जिसकी जानकारी दरगाह मैनेजमेंट को भी दी गई थी लेकिन उन्होंने इस बात को अंदेखा किया, इसके पीछे क्या कारण रहा ये तो वही जाने बहरहाल ऐसी दरगाह में चोरी होना जहां चारों ओर सुरक्षा का पहरा हो और दिन-रात चहलकदमी हो, तो सवाल उठने लाज़मी है।