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चीतों की आमद पर वाहा-वाही, गायों की मौतों पर संगठनों और संतों में चुप्पी से सवाल..

सोशल मीडिया पर छलका धर्मनगरी के प्रमुख गौभक्त का दर्द, चीते आ रहे प्लेन में, गौ माता जा रही क्रेन में, सरकार की बुद्धि-शुद्धि के लिए करेंगे यज्ञ..

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पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: लंपी रोग से देशभर में हो रही गायों की मौत पर हिंदूवादी संगठनों और हरिद्वार के संतों की चुप्पी पर सवाल खड़े हो रहे हैं। भैरव सेना संगठन के जिला प्रमुख और गायों की रक्षा के लिए कई बार अपना जीवन दांव पर लगा देने वाले धर्मनगरी हरिद्वार के प्रमुख गौ भक्त चरणजीत पाहवा ने गायों की दर्दनाक मौत पर केंद्र सरकार को जमकर कोसा है।

चरणजीत सिंह पाहवा..

उन्होंने फेसबुक पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को टैग करते हुए एक विस्तृत पोस्ट लिखी। जिसमें भाजपा सरकार और संगठन से लेकर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और तमाम हिंदूवादी संगठनों को खरी-खरी लिखते हुए आइना दिखाया गया है।

सोशल मीडिया पर उठाए सवाल

उत्तराखंड में गौ सेवा आयोग समाप्त करने पर सवाल उठाने के साथ ही संगठन और सरकार के लिए बुद्धि शुद्धि यज्ञ करने की बात भी कही है।

फाइल फोटो

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म “फेसबुक पर.. “तड़पती_गईया_करे_पुकार_बंद_करो_यह_अत्याचार शीर्षक से अपना दर्द बयान करते हुए चरणजीत पाहवा ने लिखा है कि गौमाता को लेकर यह लोग सत्ता में आए। मां गंगा को लेकर यह लोग सत्ता में आए और आज ही यही लोग मां गंगा का भी अपमान कर रहे हैं और गौ माता का भी अपमान कर रहे हैं।

फाइल फोटो

यह लोग शेर चीते की ओर जा रहे हैं और गाय माता तड़प तड़प कर मर रही हैं। अगर यह गाय माताएं विपक्ष की सरकार में मर रही होती तो यह और उनके अंधभक्त लोग सड़क जाम ट्रेन ने जाम कर देते। खुद क्या कर रहे हैं इन लोगों और अंधभक्तों को दिखाई नहीं दे रहा है। धिक्कार है ऐसी सरकार पर। संघ के अधिकारी भी सरकार के आगे नतमस्तक हैं।

सोशल मीडिया से…

अब उन्हें भी नहीं दिख रही कि गाय माताएं मर रही हैं। सच कहने में किसी से डरना नहीं चाहिए। सभी हिंदू संगठनों को इसका विरोध करना चाहिए। चीते आ रहे हैं प्लेन में और गौमाता जा रही है क्रेन में। भाजपा सरकार शेम शेम शेम शेम शेम।

फाइल फोटो

चरणजीत पाहवा ने एक पोस्ट में लिखा है बहुत ही दुख है कि हमारी हिंदूवादी सरकार में हजारों गौ माता तड़प तड़प कर मर रही हैं। कल तक जो यह लोग गौ माता-गौ माता कर करके मंचों से चिल्लाते थे, गंगा मां-गंगा मां के नाम पर चिल्लाते थे, उत्तराखंड सरकार के अंदर पहले गौ सेवा आयोग हुआ करता था। धीरे-धीरे जब लोग यह सत्ता में काबिज़ हो गए तो उन्होंने गौसेवा आयोग समाप्त कर दिया और गौमाता को इन्होंने सड़क पर मरने के लिए छोड़ दिया।

सोशल मीडिया पर उठाए सवाल..

हमारी सरकार को शेर चीता को छोड़कर गौमाता की सेवा करनी चाहिए। इनका इलाज के लिए कोई व्यवस्था करनी चाहिए। हर राज्य में गौमाता ही मर रही है और संत समाज को भी इसमें आवाज उठानी चाहिए। जो संत समाज गाय के ऊपर बड़े-बड़े भाषण देता है। आज वह भी चुप है यह हिंदू समाज के लिए भी बड़ा सोचनीय विषय है कि हमारी गाय माता के ऊपर बेजुबान जानवर पर इतना अत्याचार ठीक नहीं।

फाइल फोटो

यह लोग सत्ता प्राप्त करने के बाद गाय माता को एकदम दर किनार करके बैठ गए। गाय गंगा-गाय गंगा करके तो आप लोग सत्ता में आए अब सत्ता प्राप्त करने के बाद आपने उनसे किनारा कर लिया। हिंदू समाज जाग जाओ। यह आप लोगों के और आप की धार्मिक भावनाओं के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं।

सोशल मीडिया से…

हमारे ही वोटों से सत्ता प्राप्त करने के बाद हमारी भावनाओं को कुचला जा रहा है। हमारे हरिद्वार में ही देख लो गंगा के अंदर खून और वेस्ट मास खुलेआम जा रहा है। दूसरी और गाय माता तड़प तड़प कर दम तोड़ रही हैं। माननीय प्रधानमंत्री जी से मेरी प्रार्थना है कि इस ओर ध्यान दें। अन्यथा 2024 में यह गाय माताओं का श्राप आप को ले जाएगा। जय श्री राम हर हर महादेव।

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