पंच👊नामा
प्रवेज़ आलम- पिरान कलियर: ईद मिलादुन्नबी के मौके पर नबी से वली तक के दरबार मे हाजिरी लगाने का शर्फ़ हासिल करने वाले अजमेर शरीफ दरगाह के गद्दीनशीन सैय्यद खुशतर मियां चिश्ती पहले हुज़ूर पुरनूर इमामुल अम्बिया हुज़ूर नबी-ए-रहमत आका-ए-रसूल ﷺ की बारगाह में मदीना शरीफ पहुँचे उसके बाद वह आस्था की नगरी पिरान कलियर में आए और हजरत मखदूम अलाउद्दीन अली अहमद साबिर पाक के दरबार मे हाजिरी पेश की। दरअसल हजरत पैगम्बर मुहम्मद साहब के यौमे विलादत पर पूरी दुनियां में जश्न-ए-ईद मिलादुन्नबी मनाया जाता है। जानकर बताते है कि यही दिन हजरत साबिर पाक के यौमे विलादत का भी दिन है। यही वजह है कि पिरान कलियर में ईद मिलादुन्नबी के मौके पर साबिर पाक का सालाना उर्स मनाया जाता है। 12 रबीउल अव्वल को हुज़ूर पुरनूर इमामुल अम्बिया हुज़ूर नबी-ए-रहमत काली कमली वाले प्यारे आका ﷺ (हजरत पैगम्बर मुहम्मद साहब) के यौमे विलादत पर जश्न-ए-ईद मिलादुन्नबी दुनियाभर में मनाया जाता है। जानकार बताते है कि यही दिन हजरत मखदूम अलाउद्दीन अली अहमद साबिर पाक के यौमे विलादत का भी दिन है। इसीलिए पिरान कलियर में साबिर पाक का सालाना उर्स मनाया जाता है। हैसियत रखने वाले अकीदतमंद लोग इस दिन बारगाहे रसूल में हाजिरी पेश करते है, या फिर इस दिन को साबिर पाक में हाजिरी लगाकर मनाते है। अजमेर शरीफ की दरगाह ख्वाजा गरीब नवाज के गद्दीनशीन सैय्यद खुशतर चिश्ती मियां अपने साथी सैय्यद यासिर हाशमी साहब, सैय्यद खालिद मोइनी साहब, सैय्यद फखर जमाली साहब, यासिर हाशमी साहब, शारिक चिश्ती, सैय्यद हसन डेग वाले के साथ मदीना शरीफ पहुँचे और 12 रबीउल अव्वल को बारगाहे रसूल में हाजिरी पेश कर सीधा पिरान कलियर आए, जहा दरबार-ए-साबरी में हाजिरी लगाई। इस दौरान लंगर का एहतेमाम किया गया। सैय्यद खुशतर चिश्ती ने बताया 12 रबीउल अव्वल को उन्होंने बारगाहे रसूल में हाजिरी लगाई और उसके बाद सीधा पिरान कलियर पहुँचे, यहां साबिर पाक के दरबार मे खिराज-ए-अक़ीदत पेश कर दुआं मांगी। इस मौके पर सैय्यद शाहनवाज चिश्ती उर्फ शानू मियां, रफीक कादरी, नसीम शिराजी, हसनैन, दानिश, शाहिद, फैजान, सूफी साहब मौजूद रहे।