
पंच👊नामा ब्यूरो
नितिन गुड्डू, हरिद्वार: दहेज की मांग पूरी न होने और बच्चा न होने पर ससुरालियों ने न केवल विवाहिता की पिटाई की, बल्कि एक तांत्रिक के पास ले जाकर उसका शारीरिक शोषण भी कराया। विवाहिता ने किसी तरह भागकर अपनी जान बचाई। पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने तांत्रिक और पति समेत सात आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।

लक्सर के सिमली निवासी एक विवाहिता ने लक्सर कोतवाली पुलिस को प्रार्थना पत्र देकर बताया कि करीब चार वर्ष पूर्व उसकी शादी सहारनपुर (उत्तर प्रदेश) निवासी प्रिंस के साथ हुई थी। दहेज में परिजनों ने अपनी हैसियत से अधिक दहेज दिया था। लेकिन ससुराल पक्ष के लोग इससे संतुष्ट नहीं थे और दहेज की मांग को लेकर तरह-तरह से प्रताड़ित करते चले आ रहे थे। इसी बीच उसके पति ने अपना काम करने के लिए पैसे की मांग की। विवाहिता ने मायके से चार लाख 25 हजार रुपये लाकर पति को दिए, लेकिन इस सबके बावजूद उनका व्यवहार नहीं बदला।

शादी के बाद से उसे कोई बच्चा न होने पर ससुरालियों का रुख और कठोर हो गया और दहेज में और पैसों की मांग को लेकर उसे लगातार प्रताड़ित किया जाता रहा। आरोप है कि 17 जुलाई को उसके ससुराल पक्ष के लोग उसे एक तांत्रिक के पास ले गए, जिसने उसका शारीरिक शोषण का प्रयास किया। किसी तरह उसने वहां से भाग कर अपनी जान बचाई तथा फोन से सूचना अपने मायके में दी। उसके पिता, भाई व मां उसकी ससुराल पहुंचे तो ससुराल पक्ष ने गाली-गलौच और जान से मारने की धमकी दी।

पुलिस मौके पर पहुंची और मायके वालों को उनके उनके चंगुल से छुड़ाया। लेकिन तहरीर पर सहारनपुर पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। तब पीड़िता ने लक्सर कोतवाली में तहरीर दी। पुलिस ने उसके पति प्रिंस, सास गीता, ननद शिवानी व नेहा, मौसा संजय और विक्रम व तांत्रिक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। कोतवाल यशपाल सिंह बिष्ट ने बताया कि मामले की जांच शुरू कर दी गई है।