जश्न-ए-ग़ौसुलवरा व आमद-ए-सकलैन मियां का आयोजन 6 नवम्बर को..
अंजुमन सोसायटी के पदाधिकारियों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी जानकारी..

पंच👊नामा
पिरान कलियर: मुस्लिम विख्यात संस्था अंजुमन गुलामाने मुस्तफ़ा सोसायटी रज़ि. हर साल की तरह इस साल भी पिरान कलियर में जश्न-ए-ग़ौसुलवरा व आमद-ए-सकलैन मियां जोशोखरोश के साथ मनाने जा रही है। जिसमें बरेली शरीफ़ से खानकाह शराफ़तिया के गद्दीनशीन शाह सकलैन मियां अपने मुरीदीन के साथ शिरकत करेंगे। आगामी 6 नम्बर को शाह सकलैन मिया का नैशनल हाइवे स्थित कोर कॉलेज पर भव्य स्वागत किया जाएगा, जिसके बाद काफिले के रूप में शाह सकलैन मिया पिरान कलियर सुहैब गेस्ट हाउस पहुँचेगे, बाद नमाजे ईशा महफ़िल-ए-नियाज़ और लंगर का एहतेमाम किया जाएगा। अगले दिन कुरआन ख़्वानी व दरगाह साबिर पाक में चादर पोशी होगी, और सज्जादानशीन के आवास पर दस्तारबंदी की रस्म को अदा किया जाएगा। ये जानकारी साहिबजादा शाह यावर मियां व अंजुमन के पदाधिकारी शादाब कुरैशी और गुलशाद सिद्दीकी ने प्रेस कांफ्रेंस में दी।
आस्था की नगरी पिरान कलियर स्थित दरगाह बाबा जिलानी स्थित सुहैब गेस्ट हाउस में प्रेस को संबोधित करते हुए साहिबजादा शाह यावर मियां ने बताया पिछले तीन सालों से अंजुमन पिरान कलियर में जश्न-ए-ग़ौसुलवरा का आयोजन करती आ रही है, जिसकी सरपरस्ती शराफ़तिया खानकाह के गद्दीनशीन शाह सकलैन मियां करते है। इस साल भी 6 नवम्बर को अंजुमन की ओर से जश्न-ए-ग़ौसुलवरा मनाया जाएगा। जिसमे दूर-दराज से अकीदतमंद शिरकत करेंगे।
शाह यावर मिया ने बताया वलियों के सरदार, शहंशाहे बगदाद, सरकारे गौसुल आजम की याद में 11 वी शरीफ़ मनाई जाती है, रबीउल सानी की 11 तारीख को खुद ग़ौसुल आजम दस्तगीर रह. 11 वी शरीफ़ का एहतेमाम किया करते थे, यही वजह है कि दुनियाभर में चांद की 11 तारीख को अकीदतमंद गौस पाक की याद में 11 वी शरीफ़ मनाते है और लंगर नियाज़ व फातिहा ख़्वानी करते है।
सोसायटी के सचिव चौ. शादाब कुरैशी ने बताया कार्यक्रम को लेकर तमाम तैयारियां पूरी कर ली गई है। उन्होंने बताया अंजुमन सोसायटी पिछले लंबे समय से सामाजिक व धार्मिक कार्यो को अंजाम देती आई है, ईद मिलादुन्नबी, जश्न-ए-गरीब नवाज, जश्न-ए-ग़ौसुलवरा व अन्य धार्मिक कार्यो में अंजुमन बढ़चढ़ कर हिस्सा लेती है। इस साल जश्न-ए-ग़ौसुलवरा का आयोजन और भव्य तरीके से किया जाएगा। 6 नवम्बर को पीरोमुर्शिद शाह सकलैन मियां पिरान कलियर पहुँचेगे, बाद नमाजे ईशा दरगाह बाबा जिलानी के करीब महफ़िल-ए-नियाज़ और लंगर का एहतेमाम किया जाएगा। 7 नवम्बर को दरगाह साबिर पाक में चादर पोशी की जाएगी।
वही अंजुमन सोसायटी से कलियर इकाई के सदर व सुहैब गेस्ट हाउस के संचालक सभासद गुलशाद सिद्दीकी ने बताया शाह सकलैन मिया का क़याम सुहैब गेस्ट हाउस में रहेगा, जहा उनके मुरीदीन व चाहने वाले उनसे मुलाकात करेंगे। 7 नवम्बर की सुबह सुहैब गेस्ट हाउस से शाह सकलैन का काफिला दरगाह साबिर पाक पहुँचेगा, जहा खिराज-ए-अक़ीदत पेश कर मुल्क की अमनो सलामती की दुआएं होगी। इसके बाद सज्जादानशीन शाह अली एजाज़ कुद्दुसी साबरी के आवास पर दस्तारबंदी व लंगर का हतेमाम होगा, जिसके बाद कार्यक्रम विधिवत रूप से सम्पन्न हो जाएगा।