आमजन को दलालों से छुटकारा दिलाने के लिए उत्तराखण्ड लेखपाल संघ शाखा हरिद्वार की साधारण सभा में लिया गया अहम फैसला..

मुनव्वर अली साबरी!
पंच👊नामा, हरिद्वार: तहसील हरिद्वार स्थित लेखपाल सभागार में उत्तराखण्ड लेखपाल संघ शाखा हरिद्वार की साधारण सभा की बैठक आयोजित की गयी। बैठक में उपस्थित संघ के सभी आम सदस्यों द्वारा सर्वसम्मति से कई बिंदुओं पर निर्णय लिया गया जिसमे वर्तमान समय में राजस्व उप निरीक्षक (लेखपाल) संवर्ग को लक्ष्य बनाकर झूठी भ्रष्टाचार आदि की बहुत अधिक शिकायतें असामाजिक तत्वों द्वारा विभिन्न जांच एजेन्सियों/सतर्कता विभाग में की जा रही हैं, जिसके दुष्परिणाम विगत दिनों में सबके सामने आ चुके हैं। उक्त घटनाओं से जहाँ राजस्व विभाग की छवि धूमिल हो रही है वहीं संवर्ग के साथियों का मनोबल भी टूट रहा है। जबकि राजस्व उप निरीक्षक (लेखपाल) संवर्ग द्वारा सदैव से ही केन्द्र एवं राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं को धरातल पर क्रियान्वित करते हुए जनता को उक्त योजनाओं से लाभान्वित करने हेतु पूरी निष्ठा व लगन से कार्य किया जाता रहा है। लेकिन समाज में कतिपय असामाजिक तत्वों द्वारा राजस्व उप निरीक्षक (लेखपाल) संवर्ग की छवि को धूमिल करने की नीयत एवं अवैध लोभ/लालच के चलते शासकीय कार्यों को सम्पादित करवाने के एवज में राजस्व उप निरीक्षकों (लेखपालों) के नाम से जनता से अवैध धन वसूला जा रहा है। इस प्रकार से कतिपय दलालों द्वारा राजस्व विभाग एवं संवर्ग के सदस्यों की छवि को धूमिल किया जा रहा है, जिससे समाज एवं जनता की बीच बहुत नकारात्मक संदेश फैल रहा है। इस सम्बन्ध में साधारण सभा द्वारा निर्णय लिया गया कि जनपद की समस्त तहसीलों के भवनों में जनता से अपील करते हुए दलालों से सावधान रहने एवं राजस्व विभाग द्वारा सम्पादित किये जाने वाली विभिन्न योजनाओं का निःशुल्क सम्पादन होने के सम्बन्ध में जनता को जागरूक किये जाने सम्बन्धी बैनर/साउण्ड सिस्टम स्थापित किये जायें, जिससे दलालों द्वारा की जा रही अवैध वसूली को रोका जा सके एवं जनता में राजस्व विभाग की छवि को सुधारने के लिए एक कदम आगे बढ़ाया जा सके। इसके लिए जिलाधिकारी हरिद्वार से मांग की गई है कि अपने स्तर से जनपद की समस्त तहसीलों में राजस्व विभाग द्वारा सम्पादित किये जाने वाली विभिन्न योजनाओं का निःशुल्क सम्पादन होने के सम्बन्ध में जनता को जागरूक किये जाने सम्बन्धी बैनर/साउण्ड सिस्टम स्थापित करने के लिए सम्बन्धित उप जिलाधिकारी/तहसीलदार को निर्देशित करने का कष्ट करें।