
पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: अपहरण के मुकदमे से महिला का नाम निकलवाने का झांसा देकर 1.60 लाख रुपये हड़पने वाले फर्जी पुलिसकर्मी को लक्सर पुलिस ने धर दबोचा। गिरफ्तारी का डर दिखाकर महिला से 1.60 लाख रुपये हड़पने के बाद वह 50 हजार रुपये की और डिमांड कर रहा था।

हैरानी की बात यह है कि मुकदमे में महिला का नाम पुलिस पहले ही निकाल चुकी थी। महिला के डर और इस जानकारी का फायदा उठाकर उसने महिला को शिकार बना लिया।

फिलहाल पुलिस ने आरोपी केहर सिंह पुत्र रामकुमार निवासी ग्राम गदरजुड्डा मंगलौर जिला हरिद्वार को गिरफ्तार कर लिया। उसके एक और साथी साजिद पुत्र सादिक निवासी-बढ़ेडी राजपुताना बहादराबाद हरिद्वार की तलाश की जा रही है।

पुलिस के मुताबिक, लक्सर कोतवाली में दर्ज अपहरण के एक मुकदमे से एक महिला का नाम हटवाने के नाम पर पुलिसकर्मी बनकर पैसे मांग की गई थी। गिरफ्तारी के डर से महिला ने आरोपी केहर सिंह को 1.60 लाख रुपये भी दे दिए। लेकिन वह और रकम मांगने लगा।

तब पीड़ित पक्ष ने देहरादून पहुंचकर पुलिस महानिदेशक को इस मामले से अवगत कराया। जिसके बाद पुलिस कप्तान अजय सिंह ने आरोपी की गिरफ्तारी के लिए लक्सर कोतवाली प्रभारी यशपाल बिष्ट के नेतृत्व में एक टीम गठित की थी। खोजबीन के बाद पुलिस टीम ने उसे धर दबोचा।

पुलिस की पड़ताल में पता चला कि केहर सिंह नटवरलाल है और धोखाधड़ी का माहिर है। उसे पता था कि मुकदमे से महिला का नाम निकल चुका है और वह गिरफ्तारी से डर रही है। दोनों बातों का फायदा उठाते हुए उसने महिला को ठग लिया। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस टीम में कोतवाली प्रभारी यशपाल सिंह बिष्ट, एसएसआई अंकुर शर्मा, एसओजी हैड कांस्टेबल अहसान अली व कांस्टेबल प्रभाकर शामिल रहे। लक्सर कोतवाली प्रभारी यशपाल बिष्ट ने बताया कि फरार दूसरे आरोपी को भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

दारोगा के साथ भी कर चुका है धोखाधड़ी
हरिद्वार: महिला को ब्लैकमेल कर रकम हड़पने वाला केहर सिंह साल 2016 में एक सब इंस्पेक्टर के साथ भी धोखाधड़ी कर चुका है। इस संबंध में मंगलौर कोतवाली में मुकदमा दर्ज हुआ था। दारोगा फिलहाल देहरादून जिले में तैनात बताए जाते हैं। पुलिस ने आरोपी की पूरी कुंडली खंगाली है। कोतवाली प्रभारी यशपाल बिष्ट ने बताया कि केहर सिंह के खिलाफ धोखाधड़ी और चेक बाउंस होने के कई मुकदमें दर्ज हैं।