श्रद्धा के हत्यारे के लिए फांसी मांग, अंकिता हत्याकांड पर चुप्पी क्यों: पाहवा..
चरणजीत पाहवा ने साध्वी प्राची व भगवा हिंदू सेना से पूछे सवाल, किसी हिंदू संगठन या विधायक ने क्यों नहीं उठाई मांग..??

पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: श्रद्धा के हत्यारे को फांसी की मांग को लेकर भगवा हिंदू सेना की ओर से हरिद्वार में निकाली गई श्रद्धांजलि यात्रा पर हिंदूवादी नेता चरणजीत पाहवा ने सवाल उठाए हैं। पाहवा ने दुख जताते हुए कहा कि भगवा हिंदू सेना ने श्रद्धा को श्रद्धांजलि देने के लिए यात्रा निकाली। साध्वी प्राची संरक्षक के रूप फांसी की मांग कर रही है, यह भगवा हिंदू सेना का अच्छा कार्य है। हर चौराहे पर बैनर लगवाए।

लेकिन पूछना चाहता हूं कि अंकिता भंडारी के मामले में आप लोग कहां थे..?? साध्वी प्राची कहां थी…?? क्या अंकिता भंडारी बिटिया नहीं थी…?? क्या वह गुनाहगार थी, या कुछ और बात है…?? सरकार के एक मंत्री के भाई ने अंकिता भंडारी के साथ जो किया, क्या वह निंदनीय नहीं है।

अंकिता भंडारी के हत्यारों को फांसी की मांग क्यों नहीं…?? हमारे हरिद्वार में 36 हिंदू संगठन है, किसी ने भी, किसी भी भाजपा विधायक ने अंकिता भंडारी के मामले में अपने मुंह में दही जमा रखी थी। एक शब्द किसी ने नहीं कहा।

देवभूमि भैरव सेना संगठन हरिद्वार इसकी निंदा करता है। हरिद्वार विश्व का सबसे बड़ा तीर्थ स्थल है और करोड़ों लोगों की आस्था का स्थान है। आज तक एक भी हिंदू संगठन इस पर आवाज नहीं उठा पाया। इतने अनैतिक कार्य नशा-मांस बूचड़खाने खुलेआम चल रहे हैं, मां गंगा का रोज अपमान हो रहा है। अगर हम सब संगठन मिलकर सड़क पर आकर आवाज उठाएं तो 72 घंटे के अंदर हरिद्वार जिला राम राज्य बन जाएगा। कुछ संगठनों को हिंदू संगठन भी चलाने हैं। पार्टी के साथ भी बने रहना है। इस तरीके से हमारे भावनाओं का अनादर हो रहा है।

जिस कारण से धर्मनगरी की मर्यादा तार-तार हो रही है। हमारे हरिद्वार के संत समाज हिंदू संगठन अगर आवाज बुलंद कर दे तो सरकार की क्या मजाल की धर्म नगरी की अनदेखी की जाए। भाजपा की सरकार में अगर गाय कटती है तो चुप रहो, विपक्ष की सरकार में अगर कुत्ता भी मर जाए तो सड़क पर आंदोलन करो। यह रवैया ठीक नहीं। हम हिंदू संगठन हिंदू धर्म के लिए बने हैं। अपनी धर्म रक्षा के लिए बने हैं, अपनी बहन बेटियों की रक्षा के लिए संगठन बनते हैं, नेताओं की चापलूसी के लिए।

नहीं देवभूमि भैरव सेना संगठन हरिद्वार यह मांग करता है श्रद्धा के हत्यारे को भी फांसी दी जाए और अंकिता भंडारी के हत्यारे को भी फांसी दी जाए। श्रद्धा का मारने वाला मुस्लिम नाम का था, इसलिए हिंदू संगठन उबाल रहे हैं। अंकिता भंडारी का हत्यारा एक भाजपा नेता था आरएसएस जुड़ा व्यक्ति था, इसलिए मुंह में दही जमा है। यह ठीक नहीं, भेदभाव पूर्ण रवैया हिंदू समाज को निगला जाएगा।