साहब धुरंधर, ड्राइवर कलन्दर, एक झटके में आधी कोतवाली को पहनाया कोट..
गलती कर बैठा व्यापारी, कफ़्फ़ारा देकर छुड़ाई जान..
पंच👊नामा-ब्यूरो
सुल्तान, हरिद्वार: नामी कोतवाली के साहब तो धुरंधर हैं ही, ड्राइवर उनसे भी 10 कदम आगे निकला। दीपावली में पटाखों का बंपर धमाका करने के बाद अब ड्राइवर ने ऐसा शिकार फंसाया कि साहब समेत आधी कोतवाली के स्टाफ को कोट व गर्म जैकेट पहना दिया।
हींग लगी न फिटकरी, सर्दी से बचने का इंतजाम जबरदस्त। आधा स्टाफ भले ही जलता रहे, पर साहब को अपने ड्राइवर पर यूं ही थोड़े घमंड है। फिर गर्म कोट पहनकर तो बचा-खुचा स्टाफ और साहब की प्रतिभा से वाकिफ अन्य लोग भी ड्राइवर का लोहा मान गए।
दरअसल, हुआ यूं कि क्षेत्र में हर सप्ताह कपड़ों का बाजार लगता है। वैसे तो बाजार के लिए जगह निर्धारित है, लेकिन दूर से आने वाले कारोबारी कभी देर से पहुंचने पर तो कभी अच्छी दुकानदारी के लालच में इधर-उधर दुकान सजाते हैं। पड़ोसी जिले से कोट बेचने आया एक व्यापारी बस यही “गलती कर बैठा। इतने में साहब का ड्राइवर हूटर बजाते हुए आया और चिल्लाया “अब बोल कफ्फ़ारा क्या होगा। काफी मिन्नत-खुशामद हुई, पर सब नाकाम।
धुन के पक्के ड्राइवर का टारगेट फिक्स..!! सो लक्ष्य से बिल्कुल नहीं डिगा। कुल मिलाकर कोट का व्यापारी था तो साहब की अदालत ने जुर्माना भी कोट का ही सुनाया। बस फिर क्या था। साहब से लेकर ड्राइवर और चेतक पुलिसकर्मियों तक, सबने अपनी-अपनी पसंद के कोट व जैकेट पहने और व्यापारी को उसकी गलती का भरपूर अहसास दिलाकर बाहर का रास्ता दिखाया।
घर से इतनी दूर चार पैसे कमाने निकला “व्यापारी बेचारा, किस्मत का मारा” लुट गया-बरबाद हो गया, ज़ुबान से तो ऐसा कुछ नहीं बोला, मगर “मन ही मन” साहब और उनके ड्राइवर की शान में “कसीदे पढ़ता हुआ घर लौटा। इधर साहब ने ड्राइवर के पीठ ठोकी। उधर कोई नया “ट्रैक सूट पहने नजर आया तो साहब का जी ललचाया। उन्होंने तुरंत हाथ हिलाया और अपने पास बुलाया। पहले इधर का उधर घुमाया, फिर ट्रैक सूट पर अटके दिल का हाल बताया। लो फिर पांच मिनट में ब्रांडेड ट्रैक-सूट भी पक्का। हुनर हो तो ऐसा।
हालांकि, साहब न जाने क्यों अब सामान समेटने की तैयारी में हैं। रुकने की उम्मीद तो कम है, लेकिन जाते-जाते बाबा को आवाज लगाने में क्या हर्ज है। मन रखने को पूर्व प्रधान ने भरोसा भी दिलाया है, आगे आगे देखिए होता है क्या।
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दीपावली पर कारोबारियों में मचा था हाहाकार…..
दीपावली पर ड्राइवर की प्रतिभा का पूरे बाजार में हल्ला मचा रहा। ऐसा कोई पटाखा व्यापारी नहीं, जिससे दुआ सलाम ना हुई हो। अभी तक चर्चाएं हैं “बम, रॉकेट, फुलझड़ी, अनार को मिलाकर ड्राइवर ने कम से कम 10 पेटी का टारगेट पूरा किया। पटाखा कांड के बाद अब कोट-कांड लोगों की जुबान पर है।