21 वाहन व क्रशर समेत चंदन मनराल की 10.5 करोड़ की संपत्ति होगी जब्त, परिजनों के बैंक खाते होंगे फ्रीज..
बहुचर्चित पेपर लीक घोटाला: हाकम सिंह की तरह नेताओं का चहेता रहा है मनराल, एसटीएफ का कसा शिकंजा..
पंच👊नामा-ब्यूरो
प्रदेश के बहुचर्चित यूकेएसएसएससी पेपर लीक घोटाले में सरगना हाकम सिंह के बाद अब एसटीएफ ने उसके साथी चंदन सिंह मनराल और अंकित रमोला पर भी शिकंजा कस दिया है।
एसटीएफ ने परीक्षा की धांधली से 7 साल के भीतर बनाई गई चंदन सिंह मनराल की 10.5 करोड़ की संपत्ति एसटीएफ ने जब्त करने की तैयारी कर ली है। इनमें 21 वाहन और एक स्टोन क्रशर भी शामिल है।
इतना ही नहीं, उसके परिजनों के बैंक खाते भी फ्रिज किए जाएंगे। खास बात यह है कि गैंग के सरगना हाकम सिंह की तरह ही चंदन सिंह मनराल भी प्रदेश के कई बड़े नेताओं का चहेता रहा है।
बावजूद इसके, उत्तराखंड एसटीएफ का शिकंजा लगातार कसता जा रहा है। पिछले दिनों एसटीएफ के इंस्पेक्टर कुंदन सिंह राणा के नेतृत्व में एक टीम ने रामनगर पहुंचकर चंदन सिंह मनराल की संपत्ति का ब्यौरा जुटाया था। जल्द ही एसटीएफ बड़ी कार्रवाई की तैयारी में है।
एसटीएफ के पुलिस कप्तान आयुष अग्रवाल ने बताया कि कुमाऊं के चन्दन मनराल निवासी रामनगर, नैनीताल ने वर्ष 2015 से अब तक परीक्षाओं की धांधली से लगभग दस करोड़ सताइस लाख, सोलह हजार पांच सौ आठ रुपए की अवैध संपत्ति अर्जित की गई है। चन्दन मनराल ने अपने व परिनों के नाम पर 21 छोटे बडे वाहनों की खरीद फरोख्त की।
इनमें 16 टैक्सी–ट्रेवलर वाहन, एक जेसीबी, एक स्कॉरपियो, तीन दुपहियां वाहन शामिल हैं । इसके अलावा रामनगर के आसपास अचल सम्पत्ति व एक स्टोन क्रेशर भी परीक्षा दलाली के धंधे से खरीदा जाना प्रकाश में आया है। चन्दन मनराल व उसके परिजनों के विभिन्न बैंकों के जमा धनराशि को भी होल्ड कराया गया है।
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अंकित रमोला ने बनाई 40 लाख की संपत्ति…..
एसटीएफ की पड़ताल में सामने आया है कि गिरोह के दूसरे सदस्य अंकित रमोला जोकि हाकम सिंह का खास गुर्गा है, की संपत्ति की जांच करने में पाया की उसने इस परीक्षा दलाली में करीब 40 लाख रूपए की अवैध सम्पत्ति जुटाई गई है। उसके बैंक खातों में 15 लाख रुपए भी फ्रीज कराए जा चुके हैं। एसएसपी एसटीएफ आयुष अग्रवाल ने बताया कि जब्तीकरण के लिए रिपोर्ट जिलाधिकारी, देहरादून को भेजी गई है। इससे पूर्व हाकम सिंह की सम्पत्ति के जब्तीकरण का मामला माननीय जिला मजिस्ट्रेट न्यायालय में विचाराधीन है।