पुलिस ने जिले भर में 500 से ज़्यादा मेडिकल स्टोरों पर मारे छापे, मचा हड़कंप..
ड्रग्स फ्री देवभूमि अभियान के तहत खंगाले मेडिकल स्टोर, दुकान खुली छोड़ भाग निकले कई संचालक..
पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: ड्रग्स फ्री देवभूमि मिशन 2025 अभियान के तहत हरिद्वार वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह के निर्देश पर शहर और देहात के 500 से ज्यादा मेडिकल स्टोरों पर एक साथ छापेमार कार्रवाई की गई।
इस दौरान मेडिकल स्टोर की आड़ में नशे की टैबलेट्स, इंजेक्शंस, नियमविरुध विक्रय, बिना वैध लाइसेंस, बी फार्मा डिग्री के बिना लाइसेंस धारक द्वारा दुकान पर अन्य द्वारा विक्रय किए जाने की शिकायते भी मिली, जिसपर कार्यवाही करते हुए रिपोर्ट तैयार की गई, इस दौरान कई दुकानदार दुकान खुली छोड़ हुए फरार हो गए।बहादराबाद थाना क्षेत्र में क्षेत्राधिकारी ज्वालापुर के नेतृत्व में 6 टीमों का गठन कर नशे के विरुद्ध चेकिंग अभियान चलाया गया। चेकिंग के दौरान थाना क्षेत्र के सभी मेडिकल स्टोर चेक किए गए। 4 मेडिकल स्टोर बंद कराए गए, बंद कराए गए मेडिकल स्टोर के विरुद्ध नियमानुसार ड्रग इंस्पेक्टर को रिपोर्ट भेजी जा रही है।
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पिरान कलियर: सीओ रुड़की पल्लवी त्यागी के नेतृत्व में कलियर एसओ जहांगीर अली ने कलियर क्षेत्र में संचलित मेडिकल स्टोरों पर छापेमार अभियान चलाया। अभियान से मेडिकल संचालको में हड़कंप मच गया। इस दौरान संचालको को सीसीटीवी कैमरे लगाने के निर्देश दिए गए, साथ मेडिकल स्टोरों पर गहनता से जांच की और उनके लाइसेंस भी चेक किए। सीओ पल्लवी त्यागी ने बताया कि एसएसपी के निर्देश पर पूरे क्षेत्र में मेडिकल स्टोर पर चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है जिसमें नशीली दवाइयों पर लगाम लगाने के साथ उनके लाइसेंस आदि भी चेक किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि इसके साथ ही मेडिकल स्टोर संचालकों को नशीली दवाइयां नही रखने की सख्त हिदायत दी जा रही है। उन्होंने बताया कि इसके साथ ही सभी स्टोरों पर अनिवार्य रूप से सीसीटीवी लगाए जाने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही मेडिकल संचालको के लाइसेंस चेक किए गए है। नशे के खिलाफ अभियान जारी रहेगा।
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रुड़की: गंगनहर कोतवाली क्षेत्र के पाडली गुर्जर और तेलीवाला में मेडिकल स्टोरो पर छापेमारी के दौरान कोतवाली प्रभारी ऐश्वर्या पाल ने बताया कि एसएसपी के निर्देश पर पूरे क्षेत्र में मेडिकल स्टोर पर चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है जिसमें नशीली दवाइयों पर लगाम कसने के साथ उनके लाइसेंस आदि भी चेक किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि इसके साथ ही मेडिकल स्टोर संचालकों को सख्त हिदायत दी जा रही है कि स्टोर पर रखने वाला स्टाफ प्रशिक्षित होना चाहिए उसके बाद फार्मा डिग्री होने के साथ दवाइयों का ज्ञान होना आवश्यक है। उन्होंने बताया कि इसके साथ ही सभी स्टोरों पर अनिवार्य रूप से सीसीटीवी लगाए जाने के निर्देश दिए गए हैं। इंस्पेक्टर ऐश्वर्या पल ने बताया इस कार्रवाई में कुल 9 मेडिकल स्टोर पर कार्रवाई की गई जिनमें से सात मेडिकल में से एक मेडिकल संचालक नहीं मिल पाया जिसके बाद उसको बुला कर उसके प्रमाण पत्र चेक किए गए व दो मेडिकल बंद पाए गए। इन सभी नौ मेडिकल संचालकों के खिलाफ की गई कार्रवाई की रिपोर्ट पुलिस जिला मुख्यालय को भेजी गई है।