पटवारी पेपर लीक मामले में भीम आर्मी ने किया विरोध प्रदर्शन..
महामहिम राष्ट्रपति ने नाम भेजा नौ सूत्रीय मांगों वाला ज्ञापन..

पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: भीम आर्मी ने पेपर लीक मामले में जिलाधिकारी हरिद्वार कार्यालय पर धरना-प्रदर्शन करते हुए महामहिम राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा, ज्ञापन में भीम आर्मी के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओ ने अवगत कराया कि लोक सेवा आयोग ने बीते दिनों पटवारी/लेखपाल परीक्षा कराई थी जिसका पेपर पहले से ही लीक हो चुका था, उत्तराखंड एसटीएफ ने मामले का खुलासा करते हुए पेपर लीक कांड के आरोपियों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेजने का काम किया है। अभी करीब 42 अभ्यर्थियों की पहचान हुई जिन्होने नकल की है। जिनके खिलाफ कार्रवाई होनी है। भीम आर्मी ने ज्ञापन में मांग करते हुए कहा कि पेपर लीक में शामिल सभी दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाए, जिन भर्तीयों के पेपर लीक हुए है और उनको दोबारा करायी जानी है उनमें शामिल सभी अभ्यर्थियों का परीक्षा केन्द्र पर आने-जाने व रहने खाने का खर्चा सरकार वहन करें।
50 किलोमीटर से अधिक दूरी पर परीक्षा केंद्र न रखे जाए। सभी विभागों के बैकलॉक को जल्द भरा जाए। पढ़े-लिखे युवाओं को सरकार जब तक रोजगार नहीं देती तब तक उनको बेरोजगार भत्ता दिया जाए। UKSSSC जो कि उत्तराखण्ड की संस्था है पिछले वर्ष 13 भर्तियों की परीक्षा कराई थी जिसमें 3 भर्तीया एस०टी०एफ० को जांच के लिए दी गई है।
जबकि 8 भार्तीयो की जांच आयोग में खुद समिति बनाकर की जिन भर्तीयो की जांच आयोग ने खुद समिति बनाकर की उन्हें सही बताया गया, जबकि जिन भर्तियों की जांच एर०टी०एफ० को दी गई थी वह भर्तीया रद्द कर दी गई जो कि जांच का विषय है। एसटीएफ को जो जांच दी गई थी उसमें वी०डी०ओ० व वी०पी०डी०ओ० की भर्ती को यह कहकर रद्द कर दिया गया की अन्तिम व्यक्ति को नहीं पकड पा रहे है जो कि जांच का विषय है, और आयोग द्वारा यह कहा गया कि 138 अभ्यर्थी गलत तरीके से चयनित हुए है जिन्हें ब्लैल लिस्ट किया गया।
जब आयोग को यह पता है कि वी०डी०ओ० व वी०पी०डी०ओ० में 138 अभ्यर्थी गलत चयनित हुए है तो बाकि के अभ्यर्थियों को नियुक्ति न देकर उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ क्यों किया गया है। वही उत्तराखण्ड प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा पिछले एक वर्ष से आश्वासन दिया जा रहा था कि जिन अभ्यर्थियो ने मेहनत ईमानदारी से स्थान बनाया है उनका अहित नहीं होने देंगे, उन्हें जल्दी नियुक्तिया दी जायेगी, जिसमें सरकार विफल रही।
जब पूरे भर्ती घोटाले मामले में एस०टी०एफ़० अंतिम व्यक्ति को नही पकड़ पा रही है तो सरकार सी०बी०आई० से जांच क्यो नही करा रही है। इन तमाम मांगो वाले ज्ञापन को भीम आर्मी के नेताओं ने जिलाधिकारी को सौंपा। इस मौके पर प्रदेश अध्यक्ष भीम आर्मी भारत एकता मिशन महक सिंह, अनील ओजस्वी प्रदेश अध्यक्ष आज़ाद समाज पार्टी, एडवोकेट अब्दुल वसीम प्रदेश अध्यक्ष छात्रसंघ basf, क़ाज़ी मोनीश प्रदेश प्रवक्ता आज़ाद समाज पार्टी, एडवोकेट अहतशम प्रदेश उपाध्यक्ष आज़ाद समाज पार्टी, विशाल प्रधान ज़िला उपाध्यक्ष आज़ाद समाज पार्टी, आदिल सिद्दीक़ी समेत अन्य भारी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहे।