
पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: पटवारी भर्ती की लिखित परीक्षा का पेपर लीक होने के बाद से आयोग की कई परीक्षाएं सवालों के घेरे में है। खासतौर पर सहायक अभियंता और अवर अभियंता की अप्रैल व मई में हुई परीक्षा को लेकर कई तरह की चर्चाएं बनी हुई हैं।

दरअसल, इन परीक्षाओं के दौरान भी संजीव चतुर्वेदी आयोग के गोपनीय विभाग में तैनात था और जेल गए करीबियों से बेहद नजदीकी संबंध थे। ऐसे में लगातार उठ रहे सवालों के बीच अपनी साख बचाने के लिए लोक सेवा आयोग ने इन दोनों परीक्षाओं की जांच कराने का फैसला लिया है।

गौरतलब है कि इन दोनों परीक्षाओं में अब सिर्फ साक्षात्कार होना बाकी है।

लेखपाल भर्ती परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक हो जाने के बाद से कि कई परीक्षाओं को लेकर अभ्यर्थियों और संगठनों की ओर से सवाल उठाए जा रहे थे। फारेस्ट गार्ड और पीसीएस मेंस परीक्षाओं को लेकर एसटीएफ की क्लीन चिट के बाद एई और जेई परीक्षाओं की शुचिता को लेकर भी संदेह था।

उत्तराखंड लोक सेवा आयोग के सचिव गिरधारी सिंह रावत ने बताया कि एई और जेई परीक्षाओं को लेकर एसएसपी से वार्ता बाद जांच कराए जाने का निर्णय लिया गया है। जांच एसपी क्राइम रेखा यादव के नेतृत्व वाली टीम ही करेगी। इसके अलावा लोक सेवा आयोग के गोपनीय विभाग की सिक्योरिटी आडिट को लेकर एडीजे विजिलेंस को भी पत्र प्रेषित किया गया है।

सोमवार को लोक सेवा आयोग में हुई बैठक में निर्णय लिया गया कि पीसीएस मेंस और फारेस्ट गार्ड आदि परीक्षाओं के प्रश्नपत्र नष्ट करने के लिए आयोग के सदस्य की देखरेख में एक कमेटी का गठन किया गया है। इन परीक्षाओं के प्रश्न पत्र नष्ट कर नए प्रश्न पत्र के आधार पर परीक्षाएं कराई जाएगी।

इसके साथ ही वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को पत्र भेजकर पटवारी भर्ती परीक्षा लीक प्रकरण में संलिप्त अभ्यर्थियों की सूची मांगी गई है। सूची प्राप्त होने के बाद आयोग ऐसे अभ्यर्थियों को आयोग की परीक्षाओं से वंचित करने आदि को लेकर सख्त निर्णय लेगा। साथ ही सूची को विभिन्न आयोगों में भी प्रेषित किया जाएगा।