पंच👊नामा ब्यूरो
विकास कुमार, हरिद्वार: पेपर लीक कांड में फरार चल रहे 50,000 के इनामी पूर्व भाजपा नेता संजय धारीवाल को आखिरकार एसआईटी ने गिरफ्तार कर ही लिया। लगातार फरार चल रहे धारीवाल की कुर्की की तैयारी चल रही थी और इसी बीच मुखबिर की सूचना पर एसआईटी ने नारसन से उसे दबोच लिया। उसके कब्जे से सवा चार लाख की नकदी और दो ब्लैंक चेक बरामद हुए हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नकल माफिया के सौ फीसद सफाया करने के निर्देश एसएसपी अजय सिंह को दिए हैं। जिस पर कार्रवाई करते हुए एसआइटी चुन-चुन कर नकल के धंधेबाजों को गिरफ्तार कर रही है।

उत्तराखंड लोक सेवा आयोग की पटवारी और जेई एई भर्ती परीक्षा का पेपर लीक करने के मामले एसआईटी अभी तक 30 से ज्यादा आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। नारसन के मोहम्मदपुर गांव का प्रधान व भाजपा का पूर्व मंगलौर मंडल अध्यक्ष संजय धारीवाल एसआईटी की पकड़ से लगातार फरार चल रहा था।

उसकी गिरफ्तारी पर आईजी गढ़वाल करण सिंह नागन्याल ने 50 हजार का इनाम घोषित किया था। वही एसआईटी कुर्की से पहले मुनादी की कार्रवाई अंजाम दे चुकी थी। जबकि कुर्की के लिए भी कोर्ट में प्रार्थना पत्र दिया जा चुका था।

कोर्ट से हरी झंडी मिलने पर किसी भी दिन कुर्की की कार्रवाई की जानी थी। दूसरी तरफ एसआईटी की एक टीम शिद्दत से संजय धारीवाल की तलाश में जुटी थी। मुखबिर से सूचना मिलने पर एसआईटी की टीम ने नारसन क्षेत्र से संजय धारीवाल को गिरफ्तार कर लिया।

एसएसपी अजय सिंह ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि संजय धारीवाल की निशानदेही पर अभ्यर्थियों को नकल स्थलों तक लाने व परीक्षा केन्द्रों तक ले जाने में इस्तेमाल किया गया वाहन एचआर 75 – 5692 को मौहम्मदपुर जट हरिद्वार स्थित घर से बरामद किया गया।

जबकि संजय धारीवाल के भाई सुधीर के करनाल हरियाणा स्थित मकान से कुल 425000/- (चार लाख पच्चीस हजार रुपये) व दो ब्लैंक (हस्ताक्षरित) चैक बरामद की गए हैं। इस धनराशि में से एक लाख दस हजार रुपये पटवारी भर्ती और तीन लाख पन्द्रह हजार रुपये व दोनों चैक एई /जेई भर्ती से सम्बन्धित छात्रो से लिए गए थे।

आरोपी के भाई सुधीर व बहन के दामाद दीपेन्द्र पंवार उर्फ सोनू पुत्र ऋषिपाल सिंह निवासी मुकन्दरपुर थाना गदरपुर जिला उधमसिंह नगर (कोचिंग संचालक) को पूर्व में ही गिरफ्तार किया जा चुका है। दोनों अभियोगों (पटवारी एवं JE/AE) में वर्तमान तिथि तक कुल 38 आरोपी गिरफ्तार किये जा चुके हैं। जांच अभी चल रही है।