उत्तराखंडहरिद्वार

गुरुकुल महाविद्यालय के पतंजलि में विलय की चर्चाएं, अंतरंग सभा ने जताया विरोध, बाबा रामदेव पर आरोप..

पदाधिकारियों ने स्वामी कर्मवीर संग प्रेस कान्फ्रेंस कर संघर्ष का किया ऐलान, फिर गरमाएगी आर्य सभाओं की राजनीति, (देखें वीडियो)..

पंच👊🏻नामा-ब्यूरो
विकास कुमार, हरिद्वार: गुरूकुल महाविद्यालय के पतंजलि में विलय की ख़बरों के बीच अंतरग सभा ने पतंजलि और बाबा रामदेव पर संस्था को खुर्दबुर्द करने के प्रयास का आरोप लगाया है। शनिवार को मुख्य अधिष्ठाता सोम प्रकाश चौहान और उपाध्यक्ष नरेंद्र सिंह चौहान ने योगगुरु बाबा रामदेव के गुरु भाई आचार्य कर्मवीर के साथ मिलकर महाविद्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में गंभीर आरोप लगाए। साथ ही आर्य समाज की ऐतिहासिक धरोहर बचाने के लिए संघर्ष का ऐलान भी किया। दूसरी तरफ, पतंजलि ने आरोपों को गलत बताया है।पत्रकार वार्ता में अंतरंग संभा के सदस्य स्वामी कर्मवीर महाराज ने कहा कि स्वामी दर्शनानंद द्वारा स्थापित गुरूकुल महाविद्यालय आर्य समाज की प्रतिष्ठित संस्था है। जिसका पूरी दुनिया में एक विशेष स्थान और सम्मान है।

महाविद्यालय ने अनेक विद्वान महापुरूष देश और समाज को दिए हैं। वे स्वयं भी गुरूकुल महाविद्यालय के छात्र रहे हैं। उन्होंने कहा कि गुरूकुल महाविद्यालय कोई आम शैक्षणिक संस्थान नहीं है। गुरूकुल महाविद्यालय छात्रों को शिक्षा देने के साथ संस्कृति और संस्कारों का पोषण भी करता है। ऐसी संस्था पर कुदृष्टि रखना अच्छी संस्कृति नहीं है। उन्होंने कहा कि किसी समय देश में लाखों गुरूकुल थे। लेकिन वर्तमान में केवल 4 हजार गुरूकुल ही शेष बचे हैं। वैदिक परंपरांओं को बचाने के लिए गुरूकुल को बचाना जरूरी है। गुरूकुल को बचाने के लिए सभी को संगठित और जागरूक होना होगा। वरिष्ठ उपाध्यक्ष महेश प्रताप राणा ने कहा कि गुरूकुल महाविद्यालय आर्य समाज की प्राचीन संस्था है। किसी को भी गुरूकुल के स्वरूप को नष्ट करने नहीं दिया जाएगा।
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“धनबल से कब्जे के प्रयास का आरोप……..

फाइल फोटो

मुख्य अधिष्ठाता सोमप्रकाश चौहान ने कहा कि अंतरंग सभा के विरोधी गुट, जिसे कोई अधिकार नहीं है, को आगे कर धन बल के आधार पर महाविद्यालय पर कब्जा करने का प्रयास किया जा रहा है। जिसका डटकर विरोध किया जाएगा। आर्य समाज की प्रतिष्ठित संस्था गुरूकुल महाविद्यालय को खुर्दबुर्द नहीं होने दिया जाएगा। सोमप्रकाश चौहान ने बताया कि महाविद्यालय को बचाने के लिए गुरूकुल बचाओ संघर्ष समिति का नए सिरे से गठन किया गया है। स्वामी कर्मवारी समिति के अध्यक्ष, हाकम सिंह मंत्री व स्वामी मेघानन्द, स्वामी अखिलेशानंद, मानपाल सिंह आर्य, दिनेश आर्य, भाकियू के जिला अध्यक्ष व महाविद्यालय के पूर्व छात्र विजय शास्त्री समिति के सदस्य होंगे। समिति के नेतृत्व में पूरे देश के आर्य समाज से संपर्क कर विरोध की रणनीति तय की जाएगी। पत्रकार वार्ता के दौरान उपाध्यक्ष नरेंद्र चौहान व सिद्धार्थ एडवोकेट, मंत्री राणा नंदलाल, वरिष्ठ सदस्य डा. रमेशचंद्र शर्मा, डा. आरडी शर्मा, संदीप शर्मा, शिवकुमार प्रधान, सुखदेव प्रधान, चौधरी नेपाल सिंह आदि मौजूद रहे।
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मदन और स्वामी गुट में हुई थी मुकदमेबाजी

हरिद्वार: गुरुकुल महाविद्यालय को लेकर करीब दो साल पहले नगर विधायक मदन कौशिक और पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद गुट के बीच जमकर विवाद हुआ था। इतना ही नहीं, दोनों पक्षों में मुकदमेबाजी भी हुई। काफी दिन तक ये विवाद पुलिस प्रशासन के लिए सिरदर्द बना रहा। लेकिन ताजा घटनाक्रम से पतंजलि का नाता जुड़ने पर दोनों गुटों के अगुवा नेताओं ने चुप्पी साधी हुई है। इसको लेकर भी चर्चाएं बनी हुई है।

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“कब्जा नहीं, गुरुकुल का उद्धार करेगा पतंजलि………
बाबा रामदेव पर लगे आरोपों पर कई मीडिया संस्थानों ने उनका पक्ष जानना चाहा: सोशल मीडिया पर चल रही ईटीवी की एक खबर के मुताबिक, पतंजलि की ओर से प्रवक्ता तिजारावाला ने आरोपों को गलत बताते हुए कहा कि पतंजलि का गुरुकुल महाविद्यालय का उद्धार करने का मन है, न कि गुरुकुल महाविद्यालय पर कब्जा करने का।

सोशल मीडिया पर चल रही ईटीवी की खबर का स्क्रीनशॉट

गुरुकुल महाविद्यालय अपने आप में एक प्रमुख स्थल है, जो कि विद्वानों द्वारा स्थापित किया गया है. यदि उसे डिवेलप करने के लिए पतंजलि कुछ कर पाए तो यह पतंजलि का सौभाग्य होगा।

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