उत्तराखंड

मिसाल: सुल्ताना और सुषमा ने बचाया एक दूसरे का सुहाग…

देवभूमि उत्तराखंड ने एक बार फिर पेश की मिसाल...

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मिसाल: सुल्ताना और सुषमा ने बचाया एक दूसरे का सुहाग..

: जौलीग्रांट के हिमालयन हॉस्पिटल में एक दूसरे को दान की किडनी..
: देवभूमि ने एक बार फिर पेश की परस्पर प्रेम व सौहार्द की मिसाल..

पंच 👊 नामा ब्यूरो
देहरादून: देवभूमि उत्तराखंड ने एक बार फिर देश-दुनिया को परस्पर सद्भाव का पैगाम दिया है। जौलीग्रांट के हिमालयन हॉस्पिटल में एक हिंदू और एक मुस्लिम महिला ने एक दूसरे के पति को किडनी दान कर उनकी जान बचाई है। चारों पति-पत्नी न सिर्फ पूरी तरह स्वस्थ हैं, बल्कि एक दूसरे के प्रति त्याग और समर्पण से बेहद खुश भी हैं।

फोटो: चिकित्सकों की टीम के साथ विकास, सुषमा और अशरफ व सुल्ताना।
फोटो: चिकित्सकों की टीम के साथ विकास, सुषमा और अशरफ व सुल्ताना।

कोटद्वार निवासी विकास उनियाल की दोनों किडनी खराब हो चुकी थी। वह दो साल से हेमोडायलिसिस पर थे। विकास की पत्नी सुषमा का ब्लड ग्रुप भी उनसे मैच नहीं हो पा रहा था, इसलिए वह अपनी किडनी नहीं दे सकती थी। इसी तरह, डोईवाला निवासी अशरफ अली भी दोनों किडनी खराब होने के चलते पिछले दो साल से हेमोडायलिसिस पर थे। उनकी पत्नी सुल्ताना भी अपनी एक किडनी देना चाहती थी, पर ब्लड ग्रुप अलग होने के कारण यह संभव नहीं हो पा रहा था। दोनों परिवार ऐसे डोनर की तलाश कर रहे थे, जिसका ब्लड ग्रुप मैच हो सके। उनकी इस समस्या से वाकिफ हिमालयन हास्पिटल जौलीग्रांट के इंटरवेंशनल नेफ्रोलाजिस्ट डा. शहबाज अहमद ने दोनों परिवारों को एक दूसरे से मिलाया। काउंसलिंग के बाद सुषमा और सुल्ताना दोनों एक दूसरे के पति को किडनी देने के लिए राजी हो गई। कई घंटे चले आपरेशन में सुल्ताना की किडनी विकास को और सुषमा की किडनी अशरफ को ट्रांसप्लांट कर दी गई। आप्रेशन कामयाब होने पर दोनों परिवारों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा।

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