वली के दरबार से नबी के घर के लिए रवाना हुए गुलशाद सिद्दीकी..
दरबार ए साबिर से हज के मुकद्दर सफर का किया आगाज..
पंच👊नामा
पिरान कलियर: इस्लाम के सबसे अहम अरकानों में से एक मक्का मदीने का दीदार यानि हज है। जिनकी हज की ख्वाहिश पूरी होने वाली है, वह मुकद्दर सफर के लिए रवाना हो रहे हैं। मदीने का दीदार करने को जा रहे लोगों को विदाई का सिलसिला भी जारी है। परिवार के लोग, रिश्तेदार, दोस्त, करीबी अपना सलाम भी मदीने वाले को भेजने के लिए गुजारिश करते नजर आ रहे हैं। इसी कड़ी में पिरान कलियर से सभासद गुलशाद सिद्दीकी अपनी अहलिया के साथ शुक्रवार की सुबह हज के सफर के लिए घर से निकले। जिन्होंने पहले विश्व प्रसिद्ध दरगाह हजरत अलाउद्दीन अली अहमद साबिर पाक में हाजिरी पेश कर दुआएं मांगी, इसके बाद अपने परिवारजनों के साथ वह दिल्ली एयरपोर्ट के लिए रवाना हो गए। मुकद्दस सफर (हज यात्रा) पर जा रहे गुलशाद सिद्दीकी ने बताया कि पूर्व में उनके वालिद हाजी तामोश सिद्दीकी व वालिदा ने हज किया था, और उनकी भी ख्वाहिश थी कि वह अपनी अहलिया (पत्नी) के साथ इस मुकद्दर सफर पर जाए, अल्लाह ने ये ख्वाहिश पूरी की है और आज वह हज के मुकद्दस सफर के लिए रवाना हुए है। उन्होंने बताया परिवारजनों से गले मिलकर खुशी के आंसू आंखों में लिए सभी ने उनको दुआओं से नवाजा। उन्होंने बताया मिलने वाले अज़ीज़-ओ-अक़ारिबों ने सलाम पेश करने और दुआओं की दरख्वास्त की है सभी के लिए मदीना मुनव्वरा में इंशाल्लाह दुआएं मांगी जाएंगी। इस दौरान हाजी तामोश सिद्दीकी, मोहसीन सिद्दीकी, यासीन सिद्दीकी, अब्दुल रज्जाक, असलम खान, बबलू सिद्दीकी, जावेद सिद्दीकी, प्रवेज़ सिद्दीकी, शादाब सिद्दीकी, कलीम सिद्दीकी, प्रवेज़ आलम, नौशाद ठेकेदार, हसरत अली, आदि मौजूद रहे।