
पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: ज्वालापुर में बाबा रोशन अली दरगाह पर अभियान के तहत कार्रवाई की आशंका पर सैकड़ों की संख्या में भीड़ जमा हो गई। कांग्रेस नेताओं और मुस्लिम समुदाय के लोगों ने कार्रवाई की आशंका पर विरोध जताते हुए धरना शुरू कर दिया। वहीं एसएसपी अजय सिंह ने फिलहाल ऐसी किसी भी कार्रवाई से इंकार किया है।

प्रशासन की टीम इन दिनों अभियान चलाकर सार्वजनिक जगहों पर बने धर्मस्थलों को हटाने की कार्रवाई कर रही है। हरिद्वार में अभी तक मुख्य तौर पर बहादराबाद में पनचक्की के भीतर बनी दरगाह, आर्यनगर चौक पर चंदन वाला मजार और सोमवार को बहादराबाद नहर पटरी पर रोशन अली दरगाह को जेसीबी से ध्वस्त कराया गया है। मंगलवार को नगर निगम हरिद्वार की एक टीम ने ज्वालापुर क्षेत्र में घूम-घूम कर धर्म स्थलों का सर्वे किया। टीम ने ऊंचे पुल पर स्थित गढ़ी वाले मजार पर पहुंचकर जानकारी जुटाई। दस्तावेजों के आधार पर पाया गया कि मजार और मस्जिद निजी जमीन पर बने हुए हैं।
इसके बाद टीम अन्य धर्म स्थलों पर पहुंची और मोहल्ला कैथवाडा में मंडी का कुआं पर स्थित बाबा रोशन अली दरगाह का भी सर्वे किया। कुछ देर बाद ही सोशल मीडिया पर यह चर्चा फैल गई 24 घंटे के अंदर दरगाह के दस्तावेज दिखाने के लिए कहा गया है।
एक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर यह दावा भी किया गया कि दस्तावेज ना दिखाने पर 24 घंटे बाद मजार हटा दिया जाएगा। इस सूचना पर ज्वालापुर के सभी मोहल्लों और आसपास के गांव से बड़ी संख्या में मुस्लिम समाज के लोग दरगाह रोशन अली बाबा पर पहुंच गए। सूचना पर ज्वालापुर कोतवाली प्रभारी कुंदन सिंह राणा और पुलिस टीम मौके पर पहुंची और जानकारी जुटाई। लोगों से शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की।
स्थानीय निवासियों का साफ कहना है कि मजार सैकड़ों साल पुरानी है और इसे छेड़ा गया तो गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। चूंकि भीड़ लगातार बढ़ती गई। जिसको लेकर पुलिस, खुफिया विभाग और प्रशासन अलर्ट हो गया है। इस बारे में जब पुलिस कप्तान अजय सिंह से बात की गई तो उनका कहना था कि फिलहाल ऐसी कोई कार्रवाई ज्वालापुर में नहीं होने जा रही है। एसएसपी अजय सिंह ने आपके लोकप्रिय समाचार पोर्टल “पंच👊नामा…के माध्यम से आमजन से भी शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील करते हुए कहा कि किसी के बहकावे और अफवाह पर ध्यान ना दें।