कांवड़ मेले की आड़ में बुग्गावाला क्षेत्र में जमकर हुआ अवैध खनन, किसने बांधे पुलिस के हाथ..
कागजों में खनन बंद, भारी-भरकम मशीनों से माफिया मचा रहे तांडव, हर रोज लाखों टन पत्थर पीस रहे क्रशर..

पंच👊🏻नामा-ब्यूरो
विकास कुमार, हरिद्वार: जिले का पूरा सरकारी अमला जब कांवड़ मेला संपन्न कराने में व्यस्त था, तब बुग्गावाला क्षेत्र में खनन माफिया ने जमकर तांडव मचाया। नदियों में भारी भरकम अत्याधुनिक मशीनें और ट्रैक्टरों की पूरी फौज उतार दी गई। नदियों का सीना चीरकर अवैध रूप से जमकर क्रशर चलाए गए। स्थानीय ग्रामीणों ने कई बार पुलिस कंट्रोल रूम पर अवैध खनन की सूचनाएं भी दी। सूत्र बताते हैं कि टीम कई बार मौके पर पहुंची और अवैध खनन पकड़ भी लिया गया, लेकिन कार्रवाई के नाम पर हाथ खींच लिए गए। मेला निपटने पर चर्चाओं की सुगबुगाहट निकलकर बाहर आई तो पुलिस की भूमिका को लेकर कई सवाल तैर रहे हैं।
बड़ा सवाल यह है कि मेले में पुलिस के हाथ किसने बांधे हुए थे। आखिर कौन है जिसने कांवड़ मेले में अवसर तलाशा और बकायदा योजना बनाकर करोड़ों का माल ठिकाने लगाया। इस खेल में लोकल पुलिस के अलावा और कौन-कौन शामिल है, यह भी जांच का विषय है।
पुलिस प्रशासन भले ही कांवड़ मेले में व्यस्तता का दावा करे, लेकिन बुग्गावाला क्षेत्र में कांवड़ मेले का कोई नामो निशान भी नहीं था। वहीं, स्थानीय ग्रामीण बता रहे हैं कि कागजों में भले ही खनन बंद है, पर रोजाना अवैध खनन का खेल जारी है। क्रशरों पर रोजाना लाखों टन पत्थर पीसा जा रहा है।
ऐसे में आला अधिकारियों के दावों पर सवाल उठ रहे हैं। वहीं, कुछ दिन पहले जिले में अवैध खनन रोकने के लिए बनाई गई सयुंक्त टीम का भी कुछ अता पता नहीं है।
बुग्गावाला क्षेत्र में नदियों से अवैध खनन कर किस तरह क्रशरो के गोदाम भरे गए, इसका अंदाजा कई अलग-अलग वीडियो से भी लगाया जा सकता है।
देखने वाली बात यह है कि क्या जिलाधिकारी या एसएसपी इस मामले पर कोई जांच बैठाएंगे या फिर मामला रफादफा हो जाएगा।