ग्राम प्रधान बनने के बाद कि गई फर्जी शैक्षिक प्रमाणपत्र की शिकायत निरस्त..
महिला ग्राम प्रधान ने लगाया मानसिक उत्पीड़न का आरोप, कार्रवाई की तैयारी..
पंच👊नामा
रुड़की। ब्लॉक रुड़की के ग्राम पंचायत किशनपुर जमालपुर की ग्राम प्रधान प्रवीन बानो ने बताया कि पंचायत चुनाव 2022 में वह ग्राम प्रधान पद पर निर्वाचित हुई थी। चुनाव में पराजित हुए वाजिद पुत्र मुस्तफा मेरे निर्वाचन के बाद से ही लगातार मुझे परेशान करने की नीयत से शिकायतों का दौर शुरू कर दिया। उन्होंने बताया सोशल मीडिया पर अभद्र टिप्पणी को लेकर वाजिद उसके पिता मुस्तफा व शेबान पुत्र मुस्तफा के खिलाफ एनसीआर भी दर्ज हुई थी, कोर्ट के आदेश पर इनके खिलाफ विवेचना चल रही है। ग्राम प्रधान परवीन बानो ने बताया कि वाजिद पुत्र मुस्तफा द्वारा 18-10-2022 को जिला निर्वाचन अधिकारी/जिलाधिकारी हरिद्वार, दिनांक 09-05-2023 को प्रभारी मंत्री जनपद हरिद्वार/पंचायतीराज सिंचाई मंत्री उत्तराखण्ड शासन व 16-05-2023 को शिक्षा मंत्री उत्तराखण्ड सरकार के अलावा ज्वाइंट मजिस्ट्रेट रूडकी, खण्ड विकास अधिकारी रूडकी को शिकायती पत्र सौंपकर मेरे निर्वाचन को निरस्त कराने का भरसक प्रयास किया गया।शिकायती में कार्यालय जिला पंचायत राज अधिकारी हरिद्वार के पत्र सं0 684/पं0-7/ग्रा0पं0/शिकायत/2023-24 दिनांक 07 अगस्त 2023 वाजिद पुत्र मुस्तफा निवासी ग्राम किशनपुर जमालपुर को सम्बोधित पत्र प्रतिलिपि ग्राम प्रधान किशनपुर जमालपुर प्राप्त हुआ है। जिसमें की गयी शिकायत पत्र सं0 911 दिनांक 07-11-2022 कार्यालय पत्र सं0 431, 23 जून 2023 द्वारा मुख्य शिक्षा अधिकारी हरिद्वार को उक्त प्रकरण की जांच कराकर जांच आख्या उपलब्ध करायी गयी का हवाला दिया गया है। जिसमें जिला पंचायत राज अधिकारी अतुल प्रताप सिंह ने जिला शिक्षा अधिकारी प्रा0 शि0 हरिद्वार ने अपने पत्रांक 1254-58, 05 जुलाई 2023 का हवाला दिया है जिसमें शैक्षिक प्रमाण पत्रों की जांच प्रधानाचार्य राजकीय उच्चतर प्राथमिक विद्यालय खंजरपुर विकासखण्ड रूडकी से कराकर जांच आख्या इस कार्यालय को उपलब्ध करायी गयी। जांच अधिकारी प्रधानाचार्य रा0उ0प्रा0वि0 खंजरपुर विकास खण्ड रुड़की की जांच आख्या मुताबिक वर्तमान ग्राम प्रधान प्रवीन बानो पुत्री कालू पत्नी मौ तहसीन निवासी ग्राम किशनुपर जमालपुर विकासखण्ड रूडकी जनपद हरिद्वार के कक्षा 8 का वर्ष 2015-16 का व्यक्तिगत परीक्षा अंकपत्र विद्यालय अभिलेखानुसार सही है। जिसके तहत शिकायती पत्र प्रकरण निस्तारित किया जाता है। उन्होंने बताया शैक्षिक प्रमाण पत्र के अलावा भी इन लोगो ने मेरी झूठी शिकायत व फर्जी अफवाहें फैलाकर महिला उत्पीड़न, मानसिक उत्पीड़न व चुनी हुई महिला प्रतिनिधि का हैरेसमेन्ट किया है। जिस कारण ग्राम प्रधान का समाज व रिश्तेदारों और समर्थकों में निकलना मुश्किल हो गया था। अब जिला पंचायत राज अधिकारी द्वारा शैक्षिक प्रमाणपत्र को लेकर प्रकरण का निस्तारण करने के बाद दूध का दूध पानी का पानी हो गया है। इस सम्बन्ध में वह विधिक राय लेकर कार्रवाई करेंगी।