
सीएम से वार्ता होने पर 11 घंटे बाद खत्म हुआ पुलिसकर्मियों के परिजनों का धरना….
: आईजी संजय गुंज्याल ने परिजनों की सीएम से कराई मुलाकात….
: धरने को समर्थन देने पर उत्तराखंड क्रांति दल कार्यकर्ता गिरफ्तार
पंच 👊 नामा ब्यूरो
देहरादून: 4600 ग्रेड पे की मांग को लेकर रविवार की सुबह सड़क पर उतरे पुलिसकर्मियों के परिजनों का धरना आखिरकार मुख्यमंत्री के आश्वासन पर 11 घंटे बाद खत्म हुआ। आईजी संजय गुंज्याल पुलिसकर्मियों के 10 परिजनों को वार्ता के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के पास ले गए। बातचीत के दौरान सीएम धामी ने भरोसा दिलाया कि आचार संहिता लगने से पहले यह मसला सुलझा लिया जाएगा। वहीं, धरने को समर्थन करने पर उत्तराखंड क्रांति दल के कुछ कार्यकर्ताओं को पुलिस ने गिरफ्तार भी किया है।
रविवार सुबह ग्रेड पे की मांग को लेकर सड़क पर उतरे पुलिसकर्मियों के परिजन शाम के समय सीएम आवास कूच कर रहे थे। हाथीबड़कला के पास पुलिस ने उन्हें बैरिकेडिंग लगाकर रोक लिया था। जिसके बाद परिजन वहीं धरना देकर बैठ गए और रात होने पर भी अपनी जगह पर डटे रहे। उनका कहना था कि अपनी मांग हल कराने के बाद ही धरने से उठेंगे।

पुलिसकर्मियों के परिजनों का यह रुख़ देख कर पहले तो देहरादून के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जन्मेजय प्रभाकर खंडूरी मौके पर पहुंचे और उन्हें समझाने का प्रयास। किया बाद में आईजी इंटेलिजेंस संजय गुंज्याल पुलिसकर्मियों के 10 परिजनों को मुख्यमंत्री से वार्ता के लिए लेकर गए। बातचीत में सीएम ने भरोसा दिलाया कि चुनाव आचार संहिता लगने से पहले ग्रेड पे को लेकर फैसला ले लिया जाएगा। इस बीच पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने भी पुलिसकर्मियों के परिजनों से शांति बनाए रखने की अपील करते हुए कहा कि धरना प्रदर्शन करना पुलिस परिवार का काम नहीं है। सीएम के आश्वासन और डीजीपी के समझाने पर परिजन धरना खत्म करने पर राजी हो गए। गैर जनपद से आए परिजनों के ठहरने का इंतजाम देहरादून पुलिस की तरफ से किया गया है। उनके लिए वाहनों की व्यवस्था भी देहरादून के एसएसपी जन्मेजय प्रभाकर खंडूरी की ओर से कराई गई है। वहीं, एसएसपी खंडूरी यह भी भरोसा दिलाया है कि किसी भी परिजन के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी।