फिर हरिद्वार वापसी की जुगत में लगा विवादित इंस्पेक्टर, उठ रहे सवाल..
क्या आम इंस्पेक्टरों के लिए हैं डीजीपी के दावे, नियम और कानून..

पंच👊🏻नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: अगल-बगल के जिलों में तैनात इंस्पेक्टरों में हरिद्वार आने को मची होड़ के बीच एक विवादित इंस्पेक्टर भी फिर से मैदानी जिले में तैनाती पाने की जुगत में लग गया है।

एक भी बार भी पहाड़ पर नौकरी नहीं करने वाले इंस्पेक्टर ने फिर से डीजीपी अशोक कुमार के दावे की हवा निकालने की तैयारी शुरू कर दी है। हालांकि, देखना दिलचस्प होगा कि इस बार पुलिस महकमे में नियम कायदे का पालन होगा या फिर आकाओं की बदौलत इंस्पेक्टर फिर से हरिद्वार में तैनाती पानी में सफल रहता है।

पूर्व में तीन चार बार हरिद्वार जिले में तैनात रह चुके इंस्पेक्टर से विवादों का चोली-दामन का साथ है। जनप्रतिनिधियों की मौजदूगी में अभद्रता करने पर तत्कालीन डीआईजी ने इंस्पेक्टर को हटाया था। कुछ दिन बाद अपने गॉड फादर की बदौलत फिर जिले में वापसी की। लेकिन एसएसपी अजय सिंह के चार्ज संभालते ही वह लौट गया।

अब फिर से वापसी के लिए जुगत भिड़ाई जा रही है। हैरानी की बात यह है कि इंस्पेक्टर की पूरी नौकरी हरिद्वार से देहरादून के बीच रही है। सवाल यह है कि क्या नियम कानून बाकी इंस्पेक्टरों के लिए बने हैं।

हरिद्वार से हटने के बाद इंस्पेक्टर कभी एसटीएफ तो कभी डीआईजी कार्यालय पहुंच जाता है। फिलहाल देखने वाली बात यह है कि डीजीपी के दावे उसकी राह रोक पाएंगे या फिर विवादित इंस्पेक्टर फिर से हरिद्वार जिले में तैनाती पाने में सफल रहता है।