कोतवाल साहब के जलवे न्यारे, कांग्रेस के लाडले, भाजपा के प्यारे..
दोबारा की हरिद्वार जिले में एंट्री, मलाईदार थानों में चार्ज पर चर्चाएं..

पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: कांग्रेसी हुकूमत में लाडले रहे एक कोतवाल साहब का सिक्का भाजपा सरकार में भी खूब चल रहा है। कम समय में कोतवाल साहब हर किसी को पछाड़ते हुए कुर्सी पर मजबूत पकड़ बनाए हुए है, उनकी पकड़ का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि मलाईदार थाना-कोतवाली की कुर्सी संभालने का सिलसिला लगातार जारी है।

बताते है कि कोतवाल साहब हर फन में माहिर है, उनकी निजी जिंदगी के किस्से भी बड़े ही रोचक है, जिन्हें लेकर चर्चा अक्सर पुलिस महकमे में होती रहती है।

दरअसल, कोतवाल साहब ने कई साल पहले भी जिले का रूख किया था। कांग्रेस की सरकार में उन्हें एक कददावर कांग्रेसी नेता का आर्शीवाद मिला हुआ था। लेकिन ग़ैरजनपद में तैनाती के वक्त वह अलग अलग थानों में चंद माह टिक पाए थे, उनकी रवानगी भी जनपद से बड़े ही भददे ढंग से हुई थी।

भ्रष्टाचार का आरोप लगने पर उन्हें सीधे पहाड़ चढ़ा गया था। एक पुलिस कप्तान ने उन्हें तवज्जो नहीं दी तब फिर से कोतवाल ने यहां अपनी पोस्टिंग करवा ली। उसके बाद फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा। कुछ दिन पहले हरिद्वार आए। अब फिर से उन्होंने मलाईदार थाने का रूख किया है।

कोतवाल साहब का एक नया घर बसाने की तमन्ना अधूरी रह गई। मोहतरमा ने ऐसा निचोड़ा कि पानी पानी हो गए। कोतवाल साहब में रत्ती भर भी काबलियत नहीं है, पर कुर्सी सलामत रहती है। खजाना भी लबालब रहता है। हां, पर इन कोतवाल पर कोई नियम कायदे लागू नहीं होती है, आखिर वे अब कांग्रेस के बाद भाजपा के भी लाडले है।