सुरंग में फंसे श्रमिकों ने मोबाइल से बनाया था वीडियो, सोशल मीडिया पर वायरल होने से सामने आई छुपी हकीकत..
मलबा आने से लेकर पाइप के जरिए खाना पहुंचने तक की पूरी कहानी एक श्रमिक की जुबानी, आप भी देखें वीडियो..
पंच👊नामा-ब्यूरो
उत्तराखंड डेस्क: उत्तरकाशी के सिलिकयारा में 17 दिन तक सुरंग के अंदर फंसे श्रमिकों ने जिंदा रहने के लिए कैसे संघर्ष किया, उन्हें खाने पीने का सामान कैसे मिलता रहा और अंदर क्या माहौल था।
हर किसी के मन में यह जानने की उत्सुकता बनी हुई है। कई तरह के सवाल भी दिमाग में उभर रहे हैं।
सुरंग के अंदर फंसे एक श्रमिक के मोबाइल से बने वीडियो ने ऐसे कई सवालों के जवाब दिए हैं। सोशल मीडिया पर यह वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है।
जिसे सुरंग में फंसने के दौरान आठवें दिन एक श्रमिक ने अपने मोबाइल से बनाया था।
माना जा रहा है कि उसके बाद श्रमिक का मोबाइल फोन स्विच ऑफ हो गया होगा। इस वीडियो में श्रमिक ने न सिर्फ अंदर का नजारा कैद किया है।
बल्कि मलबा आने से लेकर पाइप के जरिए खाना पहुंचने तक की पूरी कहानी भी अपनी जुबानी खुद बयान की। वीडियो से यह भी पता चलता है कि बाहर श्रमिकों के लिए प्रार्थनाएं हो रही थी और अंदर श्रमिक लगभग उनके रूटीन जैसी जिंदगी जी रहे थे। यही वजह है कि 17 दिन बाद सभी 41 श्रमिक सकुशल निकले हैं।
सुरंग से निकलकर बाहर आने के बाद श्रमिकों को एम्स ऋषिकेश में भर्ती कराया गया। इस दौरान श्रमिक का मोबाइल फोन चार्ज होने पर ऑन हुआ।
इस वीडियो के माध्यम से कई रहस्य दुनिया के सामने निकल कर सामने आए हैं। वायरल हो रहे वीडियो में श्रमिक बता रहा है।
कि किस तरह मलबा आने पर वह अंदर फंस गए और इसके बाद कैसे उन्होंने एक दूसरे की हिम्मत हुआ हौसला बढ़ाते हुए संकट का समय बिताया।
वीडियो में श्रमिक यह कहता हुआ सुना जा रहा है कि आज पूरे 8 दिन हो गए हैं। इससे साफ पता चल रहा है कि यह वीडियो सुरंग में फंसने के 8 दिन बाद शूट किया गया था।
वीडियो में कुछ श्रमिक सो रहे हैं तो कुछ ग्रुप बनाकर आपस में बातचीत कर रहे हैं। सुरंग के अंदर जेसीबी समेत कई वाहन भी खड़े नजर आ रहे हैं।
खास बात यह है कि श्रमिक खुद सुरंग के अंदर 40 लोग फंसे होने का जिक्र कर रहा है।
दरअसल 40 के बजाय 41 लोग फंसे होने के बाद लगभग 1 सप्ताह बाद सामने आई थी। यह वीडियो सोशल मीडिया पर रोमांच का विषय बना हुआ है।