सीएम के कानों तक पहुंचा महिला अफसर से पूर्व विधायक की अभद्रता का मामला, कांग्रेस ने उठाए सवाल..
पीड़िता जिले के आला पुलिस अफसर की पत्नी होने के चलते पुलिसकर्मियों में भी नाराजगी, डीएम से मिलेगा कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल..

पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: एक महिला अधिकारी के साथ की पूर्व विधायक की अभद्रता का मामला आखिरकार सीएम पुष्कर सिंह धामी के कानों तक जा पहुंचा है। सूत्र बताते हैं कि आला अधिकारियों के साथ ही हरिद्वार में मुख्यमंत्री के आंख-नाक व कान की भूमिका निभाने वाले भाजपा नेताओं ने भी इस पूरे प्रकरण से सीएम धामी को अवगत कराया है।

सूत्र तो यहां तक बताते हैं कि धर्मनगरी में सक्रिय पूर्व विधायक की हरकतों से पार्टी की छिछालेदर की जानकारी देते हुए लगाम खींचने की मांग भी दबी जुबान से की गई है। वहीं, प्रशासन के साथ ही यह मामला पुलिस में भी नाराजगी का सबब बना हुआ है।

चूंकि पीड़ित महिला अधिकारी जिले में तैनात एक आला पुलिस अफसर की पत्नी हैं, इसलिए पुलिसकर्मी भी पूर्व विधायक से नाराज हैं। दूसरी तरफ, कांग्रेस ने अब इस प्रकरण को मुद्दा बनाने की ठान ली है।

कांग्रेस के ग्रामीण जिलाध्यक्ष राजीव चौधरी ने पूर्व विधायक पर निशाना साधते हुए कार्रवाई के साथ ही उस प्रकरण का खुलासा करने की मांग भी उठाई है, जिसको लेकर महिला अधिकारी पर दबाव बनाने की चर्चाएं बनी हुई हैं। जल्द ही एक प्रतिनिधिमंडल के साथ जिलाधिकारी से मिलने और आंदोलन खड़ा करने की भी तैयारी है।
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शनिवार को हरिद्वार में कई जगहों पर वीआईपी कार्यक्रम थे। कनखल क्षेत्र में एक महिला प्रशासनिक अधिकारी की डयूटी लगी थी। बताया गया है कि जैसे ही महिला प्रशासनिक अधिकारी कार्यक्रम स्थल पर पहुंची, उनके कार से उतरते ही सामने कई लोगों के साथ मौजूद एक पूर्व विधायक ने बेहद ही अभद्र रवैया अपनाते हुए महिला अधिकारी को अपने पास बुलाया।

इससे पहले कि महिला अधिकारी कुछ समझ पाती, पूर्व विधायक ने बरसना शुरू कर दिया। अपना राजनैतिक अनुभव गिनाते हुए चेतावनी तक दे डाली और कहा कि नौकरी को चंद वर्ष ही हुए है, मुझे इग्नोर कर रहे हो, दिक्कत बढ़ सकती है। महिला अधिकारी के प्रदेश को लेकर टिप्पणी की गई। पूर्व विधायक का यह अक्खड़ और जाहिलाना रवैया देखकर वहां मौजूद लोग दंग रह गए।

इधर सरेआम अभद्रता होने से महिला अधिकारी की आंखों से आंसु बहने लगे। वह सुबकते हुए बाहर जाकर अपनी गाड़ी में बैठ गई। यह मामला जिला प्रशासन में भी चर्चा का विषय बना हुआ है। चूंकि महिला अधिकारी के पति पुलिस के अधिकारी हैं, इसलिए राजस्व विभाग के साथ-साथ पुलिस में भी इसको लेकर नाराजगी सामने आई।

जिसको देखते हुए आला अधिकारियों ने पूरा प्रकरण मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के संज्ञान में लाते हुए पूर्व विधायक की कारगुजारी बताई है। इधर, कांग्रेस ग्रामीण जिलाध्यक्ष राजीव चौधरी ने इस मामले में पूर्व विधायक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने की मांग उठाई है। मीडिया को जारी बयान में राजीव चौधरी ने कहा कि महिला विरोधी आरोपित पूर्व विधायक के खिलाफ सरकार को तत्काल प्रभाव से कानूनी कार्रवाई करनी चाहिए।

यदि भाजपा महिला हितेषी है तो आरोपित को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाएं। कहा कि पूर्व विधायक जिस मामले को लेकर महिला अधिकारी पर दबाव बना रहे थे, उसका खुलासा करने के साथ ही इस बात की जांच भी होनी चाहिए कि अभी तक दबाव बनाकर क्या-क्या नियम विरुद्ध कार्य कराए गए हैं।

इस मामले में ठोस कार्रवाई न होने पर कांग्रेस आंदोलन के लिए बाध्य होगी। बताया कि जल्द ही एक प्रतिनिधिमंडल जिलाधिकारी से मुलाकात कर कार्रवाई की मांग करेगा।