पंच👊नामा-ब्यूरो
देहरादून: कॉलेज के छात्रों और मजदूरों को मौत का सामान सप्लाई वाले तस्कर को पुलिस ने आखिरकार गिरफ्तार कर ही लिया। आरोपी नशीली दवाइयों का तस्कर हैं और पिछले कुछ समय से नशीली दवाइयों की तस्करी में लिप्त था।
पुलिस कप्तान अजय सिंह के सख्त निर्देश पर चेकिंग के दौरान मुखबिर खास की सटीक सूचना पर तस्कर को दून पुलिस ने धरदबोचा। आरोपी तस्कर के कब्जे से तीन हजार से ज्यादा नशीले कैप्सूल बरामद हुए, जिसके आधार पर तस्कर के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट में मुकदमा दर्ज कर न्यायालय के समक्ष पेश किया गया और जेल भेज दिया गया।
देहरादून पुलिस कप्तान अजय सिंह ने बताया मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के “ड्रग्स फ्री देवभूमि मिशन 2025” को साकार करने के लिए जनपद भर में नशे के खिलाफ बड़ा अभियान चलाया जा रहा है। सभी थाना/कोतवाली प्रभारियों को पुलिस टीम का गठन कर तस्करों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए गए है। इसी कड़ी में।
डोईवाला कोतवाली प्रभारी के निर्देशन व लालतप्पड़ चौकी प्रभारी देवेश खुगसाल के नेतृत्व में गठित पुलिस टीम ने लालकुआंरी मार्ग लालतप्पड़ से वाहन चेकिंग के दौरान एक सन्दिग्ध ऑल्टो कार को रोककर चेक किया तो उसके अंदर 3200 प्रतिबंधित नशीले कैप्सूल बरामद हुए। पूछताछ में आरोपी ने अपना नाम शाहजर पुत्र शराफत हुसैन निवासी सुल्तानपुर आदमपुर तहसील लक्सर जिला हरिद्वार बताया। तस्कर ने बताया ये नशीले कैप्सूल वह हरिद्वार के कनखल स्थित एक मेडिकल एजेंसी से खरीदकर लाया था जिसे डोईवाला, लालतप्पड़ आदि क्षेत्रों के शैक्षणिक संस्थानों में पढ़ने वाले छात्रों व मजदूरों को बेचता था। पुलिस ने आरोपी तस्कर के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट में मुकदमा दर्ज कर न्यायालय में पेश किया गया, साथ ही तस्करी में इस्तेमाल ऑल्टो कार को भी सीज कर दिया। पुलिस टीम में लालतप्पड़ चौकी प्रभारी देवेश खुगसाल, हेडकांस्टेबल प्रवीण सिंधु, कांस्टेबल सुबोध नेगी, सचिन राणा, व विनित कुमार शामिल रहे।