ट्रस्ट के फर्जीवाड़े में नामजद संतों और भाजपा नेताओं की गिरफ्तारी को कांग्रेस ने खोला मोर्चा..
माननीय के सरंक्षण में धार्मिक संपत्तियां ठिकाने लगाने का आरोप, गैंग के कारनामों की जांच की उठाई मांग..

पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: उत्तरी हरिद्वार के नारायण निवास आश्रम ट्रस्ट के फर्जीवाड़े में संतों और भाजपा नेताओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज होने के बाद मामला तूल पकड़ रहा है। आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर कांग्रेसियों ने विरोध प्रदर्शन किया। इसके बाद शहर कोतवाली पहुंचकर आरोप लगाया कि सत्ताधारी पार्टी से जुड़ा भूमाफिया का गैंग धर्मनगरी में लगातार धार्मिक संपत्तियों को ठिकाने लगा रहा है। शहर के एक माननीय के सरंक्षण का आरोप लगाते हुए ऐसे अन्य मामलों की जांच की मांग भी की गई।
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ये है पूरा मामला……

नारायण निवास आश्रम ट्रस्ट भूपतवाला के महासचिव दीपक कुमार ने मुकदमे में बताया कि आश्रम के प्रमुख स्वामी महंत रामेश्वरानन्द थे। आरोप लगाया कि आश्रम में कार्यरत संत स्वामी अवधेशानन्द सरस्वती ने साल 2019 में संत रामेश्वरानंद की बीमारी का लाभ उठाकर एक रजिस्टर्ड वसीयत में अपने हक में करा ली।

स्वामी रामेशवरानंद को अवधेशानंद की नीयत पर शक हुआ, इसलिए उन्होंने दो माह बाद वसीयत निरस्त करा दी। संपत्ति को खुर्द-बुर्द होने से बचाने के लिए स्वामी रामेश्वरानंद ने नारायण निवास आश्रम धर्मार्थ ट्रस्ट का निर्माण किया। जिसे अगस्त 2019 में सब रजिस्ट्रार के यहां रजिस्टर्ड करा लिया गया। ट्रस्ट के अध्यक्ष स्वामी रामेश्वरानंद खुद थे। जबकि अन्य पदाधिकारी भी बनाए गए। उनकी मृत्यु के बाद स्वामी अवधेशानन्द ने खुद को शिष्य बताते हुए दिसंबर 2019 में एक नई ट्रस्ट का गठन कर लिया। आरोप है कि स्वामी रामेश्वरानंद ने अपने जीवन काल में ही ट्रस्ट बना दी थी।

ऐसे में उन्होंने ट्रस्ट को भंग नहीं किया था। न ही ट्रस्ट का कोई चुनाव कराया गया था। यही नहीं स्वामी अवधेशानंद को आश्रम का महंत भी घोषित नहीं किया गया। ऐसे में जिन संतों की मौजूदगी में वह स्वंय भू अध्यक्ष बना, उनका गरीबदासी परंपरा से कोई लेना देना नहीं है। आरोप है कि संपत्ति कब्जाने की नीयत से फर्जी ट्रस्ट बनाकर बनाने के खेल में भूमाफिया भी षडयंत्र का हिस्सा शामिल है।
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इनके खिलाफ दर्ज हुआ मुकदमा…..

अवधेशानन्द सरस्वती निवासी नारायण निवास आश्रम भूपतवाला कलां, महामंडलेश्वर ललितानंद गिरि, भाजपा नेता विदित शर्मा, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद नेता रितेश वशिष्ठ निवासीगण भगीरथीनगर भूपतवाला, स्वामी कृष्णानंद, दीपतानंद निवासी अवधूत आश्रम भूपतवाला, स्वामी अवधेशरानन्द निवासी भूपतवाला, महंत स्वामी सच्चिदानन्द निवासी श्री विसुधानन्द आश्रम बसंत गली खड़खड़ी, स्वामी दिव्यानंद उर्फ दीपक निवासी दिप्तानन्द गोपाल भवन रानीगली भूपतवाला, स्वामी अनुजदास उर्फ अनुज चौहान निवासी बलजीत साधना केंद्र रानी गली भूपतवाला, स्वामी हरिशानन्द निवासी जन ज्योति आश्रम भगीरथीनगर भूपतवाला, स्वामी संजय ब्रहमचारी निवासी सोनीपत हरियाणा, बेघराज निवासी बेघराज एसोसिएटस सप्तऋषि रोड भूपतवाला, स्वामी प्रकाशानन्द निवासी श्री भगवानधाम कबीर आश्रम धर्मशाला ट्रस्ट भूपतवाला, स्वामी सदानंद निवासी ज्वाला माता डेरा सिंह हरियाणा, धर्मेन्द्र कुमार निवासी मुजफ्फरनगर, पवन सिंह निवासी नियामतपुर लक्सर, महंत प्रेमदास निवासी कनखल, स्वामी अनंतानंद निवासी माता रामभजन गंगा भजन आश्रम, महंत बाबा कमलदास निवासी हरिहर पुरुषोत्तम धाम हरिपुर कलां।
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कांग्रेसियों ने प्रदर्शन कर सौंपा ज्ञापन……..
प्रदर्शन को संबोधित करते हुए कार्यकारी अध्यक्ष अमन गर्ग व स्वतंत्रता संग्राम सेनानी उत्तराधिकारी प्रकोष्ठ के अध्यक्ष मुरली मनोहर ने कहा कि हरिद्वार स्थित भूपतवाला में नारायण निवास आश्रम की बेशकीमती जमीन को फर्जी ट्रस्ट बनाकर खुर्द-बुर्द करने का मामला सामने आया है। भाजपा नेताओं की नामजदगी से साफ है कि सत्ता के सरंक्षण में धार्मिक संपत्तियां खुर्द बुर्द की जा रही हैं। प्रकरण में दोषियों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी की जाए। जल्द गिरफ्तारी नहीं की गई तो हरिद्वार कोतवाली घेराव करते हुए धरना प्रदर्शन किया जाएगा।

वरिष्ठ कांग्रेसी नेता राजबीर सिंह चौहान व पूर्व अध्यक्ष ओपी चौहान ने कहा कि भाजपा सरकार में भूमाफिया बेलगाम हो चुके हैं। भूमाफिया को सरकार का संरक्षण प्राप्त है और एक बाद एक हरिद्वार में जमीनों पर अवैध कब्जे किए जा रहे हैं। युवा कांग्रेस के पूर्व प्रदेश प्रवक्ता वरुण बालियान और महानगर उपाध्यक्ष अरुण राघव ने कहा कि अगर जल्द ही पुलिस आरोपितों की गिरफ्तारी नहीं करती हैं तो कांग्रेस बड़े आंदोलन की रूपरेखा तैयार कर लोकसभा चुनाव में भाजपा को बेनकाब करेगी।

शहर कोतवाली के एसएसआई सतेंद्र बुटोला को ज्ञापन सौंपने वालों में ब्लॉक अध्यक्ष अमित नौटियाल, विकास चंद्रा, विमल शर्मा साटू, जतिन हांडा, कार्यकारी ब्लॉक अध्यक्ष नितिन यादव, दिनेश वालिया, आशीष भारद्वाज, तरूण व्यास, नवीन सैंस, ऋषभ वशिष्ठ, अजय गिरि, शुभम जोशी, समर्थ अग्रवाल, जावेद खान, अज्जू खान, पवन शर्मा, निखिल सोदाई, शिवकुमार कश्यप, गौरव गोस्वामी, योगेश त्यागी, अंकित प्रजापति, रोहित यादव, रितेश पाण्डेय आदि शामिल रहे। वहीं, शहर कोतवाल कुंदन सिंह राणा ने बताया कि जांच की जा रही है। जांच कर कार्रवाई की जाएगी।