पंच👊नामा ब्यूरो
हरिद्वार: ज्वालापुर के एक निजी मकान को मस्जिद बता कर फर्जीवाड़ा करने वाले “फर्जी मुतवल्ली को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। आरोपी ने कूटरचना करते हुए फर्जी वसीयत तैयार की और खुद को मुतवल्ली बताते हुए उत्तराखंड वक्फ बोर्ड में उसका इस्तेमाल किया था। गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश करने के बाद आरोपी को जेल भेज दिया गया है।
ज्वालापुर के मोहल्ला कैथवाडा निवासी जावेद आलम ने बीते जनवरी 2021 में ज्वालापुर कोतवाली में आरोपी अब्दुल हफीज पुत्र इब्राहिम निवासी खानआलमपुरा सहारनपुर व उसके बेटों मुस्तफा उर्फ मुन्ना व मुज्तबा उर्फ हीरो के खिलाफ एक मुकदमा दर्ज कराया था। जिसमें बताया गया था कि सहारनपुर के खानआलमपुरा निवासी अब्दुल हफीज पुत्र इब्राहिम ने उनके मकान को मस्जिद बताकर फर्जी वसीयत तैयार की और रजिस्ट्रेशन कराने के लिए उत्तराखंड वक्त बोर्ड में असल के तौर पर उसका इस्तेमाल किया। उत्तराखंड वक्फ बोर्ड के इंस्पेक्टर ने निरीक्षण किया तो मौके पर रिहायशी मकान पाया गया। ना तो कोई मस्जिद पाई गई और ना ही ऐसा कोई दस्तावेज सामने आया। वहीं, विवेचनाधिकारी दीपक चौधरी ने सहारनपुर जा कर वसीयत की जांच की तो पता चला कि नोटरी से लेकर वसीयत टाइप करने वाले कोई भी व्यक्ति मौजूद नहीं है। इससे साफ हो गया कि अब्दुल हफीज ने कूट रचना कर फर्जी वसीयत तैयार करते हुए मस्जिद के नाम पर फर्जीवाड़ा किया है। आरोपी की तलाश में पुलिस ने कई बार सहारनपुर जाकर दबिश भी दी लेकिन वह हाथ नहीं आया था। बुधवार को एक पुलिस टीम ने आरोपी अब्दुल हफीज को गिरफ्तार कर लिया कोर्ट में पेश करने के बाद उसे जेल भेज दिया गया है। ज्वालापुर कोतवाली प्रभारी चंद्र चंद्राकर नैथानी ने बताया कि आरोपी अब्दुल हफीज को गिरफ्तार कर लिया गया है। जबकि बाकी आरोपियों की तलाश की जा रही है।
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सिडकुल थाने में दर्ज हुआ था फर्जी रसीद का मुकदमा
हरिद्वार: आरोपी अब्दुल हफीज और उसके बेटों के खिलाफ साल 2020 में सिडकुल थाने में भी एक मुकदमा दर्ज कराया गया था। जिसमें एक व्यक्ति ने आरोप लगाया था कि अब्दुल हफीज व उसके बेटों ने मस्जिद के नाम पर फर्जी रसीद काटते हुए चंदा वसूल किया है। इस मामले की जांच के बाद पुलिस आरोपी के खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर चुकी है।
