पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: प्रदेश की तीन सीटों पर प्रत्याशी का ऐलान करने के बाद कांग्रेस में हरिद्वार समेत दो सीटों पर प्रत्याशी चयन को लेकर विचार मंथन जारी है। खबर है कि पार्टी की अंदरूनी राजनीति गरमाने के बाद काफी माथा पच्ची के बाद कांग्रेस ने निर्दलीय विधायक उमेश कुमार को पक्के वाली ना बोल दिया है।
इसी के साथ खबर यह भी है कि विधायक उमेश कुमार को लेकर अब बसपा में हलचल शुरू हो गई है। सूत्र बताते हैं कि बसपा का एक धड़ा उमेश कुमार को हरिद्वार सीट से उतारने के पक्ष में है। हालांकि, विधायक उमेश कुमार की तरफ से ऐसा कोई इशारा नहीं हुआ है।
अलबत्ता बसपा में यह चर्चाएं जोरों पर है। लेकिन यह तय है कि कांग्रेस की तरह बसपा में भी उमेश कुमार की राह इतनी आसान नहीं होगी। लक्सर विधायक शहजाद समेत पार्टी के अन्य नेताओं का विरोध उन्हें झेलना पड़ सकता है।
बताया जा रहा है कि आज कल में बसपा और कांग्रेस की लिस्ट आगे पीछे जारी हो सकती है। यदि उमेश कुमार के बसपा के टिकट पर चुनाव लड़ने की चर्चाएं सही साबित होती है तो हरिद्वार लोकसभा सीट प्रदेश की पांचो सीटों में सबसे हॉट सीट बनने जा रही है।
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मैदान छोड़ने को तैयार नहीं हरदा……
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत हरिद्वार लोकसभा सीट को लेकर दिल्ली में खूंटा गाढ़कर बैठे हुए हैं। पार्टी के सूत्र बताते हैं कि हरीश रावत किसी सूरत यह नहीं चाहते हैं कि हरिद्वार लोकसभा सीट पर कोई और चुनाव लड़े। रावत अपने बेटे वीरेंद्र रावत के लिए इस सीट पर मोर्चाबंदी कर रहे हैं। उनकी इस जिद को देखते हुए कारण माहरा समेत अन्य दावेदारों ने पांव पीछे खींच लिए हैं।
चर्चा यह भी है कि वीरेंद्र रावत के नाम पर सहमति न बनने पर हरीश रावत खुद भी चुनाव मैदान में उतर सकते हैं। बताया तो यह भी जा रहा है कि हरिद्वार सीट पाने के लिए हरीश रावत कुमाऊं की सीटों पर भी अपनी पसंद की उम्मीदवारों में फेरबदल करने के लिए भी राजी हैं।
पार्टी से जुड़े सूत्र यह भी दावा कर रहे हैं कि हाई कमान हरिद्वार सीट हरीश रावत को देने पर लगभग लगभग सहमत हो चुका है।