संविधान बदलने की साजिश रचने वाली ताकतों को सिखाना होगा सबक: रावत
आंबेडकर जयंती पर वीरेंद्र रावत और हरीश रावत ने घूम-घूमकर डा. आंबेडकर को किया नमन..
पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: भारत रत्न डा. भीमराव आंबेडकर की जयंती पर हरिद्वार लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी वीरेंद्र रावत ने कई विधानसभा क्षेत्रों में घूम-घूमकर बाबा साहेब को नमन किया। वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने पूरे देहात क्षेत्र के अलग-अलग गांवों में बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की। वीरेंद्र रावत ने रविवार को जनसंपर्क अभियान की शुरूआत ज्वालापुर में श्री राम तिराहे से की। प्रभु श्रीराम के चरणों में वंदन करने के बाद ज्वालापुर कड़च्छ, अंबेडकरनगर, टिबड़ी, वाल्मीकि बस्ती आदि मोहल्लों में अंबेडकर जयंती के कार्यक्रमों में भाग लिया। ज्वालापुर विधानसभा के कई गांवाें में विधायक रवि बहादुर के साथ डा आंबेडकर की प्रतिमा पर फूल अर्पित किए। इससे पूर्व वीरेंद्र रावत ने गुरुद्वारे में मत्था टेका और अरदास की। दूसरी तरफ, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत व हरिद्वार ग्रामीण विधायक अनुपमा रावत ने पथरी क्षेत्र में बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की। पूर्व सीएम हरीश रावत ने कहा कि हमारा देश संविधान से चलता है। संविधान बदलने की साजिश रचने वाली ताकतों को यह बताना है कि हम किसी भी कीमत पर भारत के संविधान के साथ कोई किसी भी तरह का बदलाव नहीं होने देंगे। क्योंकि भारत का संविधान हम सब की मर्यादा है। संविधान हमारी आजादी मूल मान्यताओं हमारे अधिकारों का दस्तावेज है। भारत सरकार ने जो उपक्रम बनाए हैं उनमें भी आरक्षण का सिद्धांत लागू होता है लेकिन आज उन उपकरणों को कंपनियों को बड़े-बड़े पूंजीपतियों को बेचा जा रहा है। हमने कसम खाई है कि हम हर संभव संविधान की रक्षा करेंगे। और हरिद्वार ग्रामीण विधायक विधायक अनुपमा रावत ने कहा कि हमें संविधान को बचाने के लिए अपने प्राणों का भी बलिदान देना पड़े तो वह भी देंगे। लेकिन संविधान पर कोई आंच नहीं आने देंगे।इस दौरान फेरुपुर क्षेत्र में शोभायात्रा का शुभारंभ मुख्य अतिथि के रूप में ग्राम प्रधान प्रतिनिधि अमित सैनी ने रिबन काटकर किया। इस अवसर पर उदयवीर, मनोज,श्याम सुशील कुमार, सिंह आदि साथ रहे। शोभायात्रा रविदास मंदिर से होकर गांव के सार्वजनिक रास्तों से होकर निकाली गई।
शोभायात्रा में डीजे पर नाचते हुए सभी ने बाबा साहब के गानों पर आनंद उठाया। भट्टा कॉलोनी से होकर शोभायात्रा का रविदास मंदिर पर समापन किया गया