उत्तराखंड

देवभूमि में भ्रष्टाचार का गजब खेल, शिकायतकर्ता को ही करा दिया जिला बदर, सुराज सेवा दल भड़का..

मनरेगा के घोटालेबाजों और भ्रष्ट अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग, तहसीलदार पर आय से अधिक संपत्ति का आरोप, आंदोलन की चेतावनी..

पंच👊नामा-ब्यूरो
देहरादून/हरिद्वार: भू माफिया और भ्रष्ट अधिकारियों का गठजोड़ इतना मजबूत है कि ग्रामीणों की जमीन कब्जाने के खिलाफ आवाज उठाने वाले एक शिकायतकर्ता को ही जिला बदर करा दिया गया। सुराज सेवादल के अध्यक्ष रमेश जोशी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में राजधानी देहरादून से जुड़े मामले में गम्भीर आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से की है। तहसीलदार पर आए से अधिक संपत्ति जताने का आरोप लगाते हुए विजिलेंस जांच की मांग प्रमुखता से की गई है।

फाइल फोटो

इसके अलावा हरिद्वार के मंगलौर क्षेत्र में मनरेगा घोटाले में आरोपियों की गिरफ्तारी न होने पर भी रमेश जोशी ने सवाल उठाए हैं। जल्द इन मामलों में कार्रवाई न होने पर स्वराज सेवा दल ने देहरादून से हरिद्वार तक आंदोलन खड़ा करने की चेतावनी दी है।
—————————————-प्रेस कांफ्रेंस के दौरान सुराज सेवा दल के अध्यक्ष रमेश जोशी ने आरोप लगाया कि जबसे तहसीलदार अपने पद पर भर्ती हुए हैं, तब से आज तक अपने रिश्तेदारों की संपत्ति को सार्वजनिक करें। उनके ससुराल में वर्तमान में कांग्रेस से विधायक हैं, वे नेशनल हाईवे पर जबरन ग्रामीणों की जमीन कब्जाने का कार्य कर रहे हैं। आरोप लगाया कि शिकायत करने वाले किसानों पर झूठे मुकदमे लिखवाए जा रहे हैं और उनको दबाने का कार्य किया जा रहा है। ग्रामीणों के रास्ते को रोका जा रहा है। जोशी ने मांग करते हुए कहा कि तहसीलदार रहते कोर्ट की किस-किस तारीख को मिस किया गया, उसकी सरकार जांच करें और सेवा के अधिकार अधिनियम के तहत इनको निलंबित करें।

फाइल फोटो

आर्केडिया की भूमि पर कांग्रेस के पूर्व प्रधान ने सरकारी भूमि पर कब्जा कर मकान के निर्माण करवा दिया। शिकायतकर्ता को जिला बदर के आदेश पारित किए गए। ताकि भू माफियाओं के कार्य में कोई खलल ना पड़े। लगातार जिलाधिकारी से शिकायत की गई। अपर जिलाधिकारी की जांच में सरकारी संपत्ति का होना पाया गया। कमिश्नर गढ़वाल ने सरकारी भूमि पर व अवैध प्लाटिंग पर ध्वस्तीकरण की कार्रवाई कराई। जिससे साबित हो गया है कि तहसीलदार और जिलाधिकारी की नेक्सस बनी हुई है। जिसे सरकार को तोड़ना उत्तराखंड के हित में जरूरी है। रमेश जोशी ने कहा कि खसरा खतौनी को लटकाया जाता है, ताकि परेशान होकर परेशान आदमी पैसा देने को मजबूर हो जाए। गरीब और मध्यम वर्ग लोग परेशान हैं।

फाइल फोटो: रिश्वत

आय प्रमाण पत्र हो या चरित्र प्रमाण पत्र, हर जगह पैसे की दलाली के बिना कार्य नहीं किया जा रहा है। जिसके लिए सुराज सेवा दल लगातार सड़कों पर आंदोलनरत है। जिलाधिकारी के यहां धरना देने पर सुराज सेवा दल के कार्यकर्ताओं पर मुकदमा लिखवा दिया गया। जिसे सुराज सेवा दल किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया करेगा और आगे भी भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखेगा।
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हरिद्वार में कौन बचा रहा मनरेगा के घोटालेबाजों को….

फाइल फोटो: मनरेगा घोटाला

देहरादून में प्रेस कांफ्रेंस के दौरान रमेश चंद जोशी हरिद्वार में मनरेगा के घोटाले को लेकर भी जमकर बरसे। उन्होंने कहा कि मुकदमा दर्ज होने के एक साल बाद भी मनरेगा के घोटालेबाजों को गिरफ्तार नहीं किया जा रहा है। कुछ अधिकारी उन्हें बचाने का काम कर रहे हैं। ऐसे अधिकारियों के खिलाफ जल्द ही हल्ला बोल करते हुए उन्हें बेनकाब किया जाएगा। आरोप लगाया कि फर्जी बैंक खाते खोलकर सरकारी धन की बंदरबांट कर दी गई है, लेकिन भ्रष्टाचारियों को बचाने का काम किया जा रहा है। आला अधिकारी भी चुप्पी साधे हुए हैं। सुराज सेवादल जल्द ही अधिकारियों के दफ्तरों का घेराव शुरू करेगा।

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