पंच👊नामा ब्यूरो
बहादराबाद: ज्वालापुर विधानसभा में हुए किसान मेले से भाजपा विधायक व रविदासाचार्य सुरेश राठौर को दो तरफा लाभ हुए हैं। एक तरफ किसान मेले में उमड़ी भीड़ से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और कृषि मंत्री सुबोध उनियाल गदगद नजर आए। जिससे सरकार और संगठन की नजर में सुरेश राठोर का कद पहले से बड़ा हो गया है।
वहीं, किसान मेले में विकास योजनाओं का पिटारा खुलने से क्षेत्र के किसानों की बल्ले-बल्ले है। जिससे जनता विधायक का आभार जताते नहीं थक रही है। वहीं, ज्वालापुर विधायक सुरेश राठौर का तीसरा सबसे बड़ा लाभ यह हुआ है कि इस आयोजन से उनके विरोधियों में खलबली मच गई है। खासतौर पर टिकट के दावेदार बगले झांकते नजर आ रहे हैं।
मानूबास में हुए किसान मेले में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जोश से लबरेज नजर आए। भीड़ देखकर उनका चेहरा खुशी से खिल उठा। सीएम धामी के साथ-साथ कृषि मंत्री व सरकार के प्रवक्ता सुबोध उनियाल और कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद ने सुरेश राठौर की पीठ भी थपथपाई है।
दरअसल विधानसभा क्षेत्र में कई साल बाद इतनी भीड़ वाला कार्यक्रम हुआ। कोरोना काल के बाद इस कार्यक्रम की भीड़ ने करीब 3 साल के रिकॉर्ड तोड़े हैं। संगठन और सरकार इन दिनों चुनावी मोड में है। जिसका फायदा सरकार को मिलता नजर आ रहा है। ज्वालापुर विधायक सुरेश राठोर एक बार फिर टिकट के प्रबल दावेदार हैं। संगठन से जुड़े सूत्र बताते हैं कि टिकट के मामले में सिटिंग विधायकों में सुरेश राठोर सबसे मजबूत स्थिति में हैं। खास बात यह है कि ज्वालापुर विधानसभा क्षेत्र में संत रविदास के अनुयायियों की संख्या निर्णायक भूमिका में है। ऐसे में रविदासचार्य के रूप में मतदाताओं में सुरेश राठौर का जबरदस्त क्रेज है।
किसान मेले में सुरेश राठौर ने ज्वालापुर विधानसभा के लिए मुख्यमंत्री के हाथों पूर्ण रूप से विकास योजनाओं की घोषणा कराते हुए यह संदेश दे दिया है कि उनका लक्ष्य 2022 है और संगठन व सरकार में उनकी अच्छी पकड़ है। जिसका फायदा क्षेत्र की जनता को स्वाभाविक रूप से मिला है और आने वाले सालों में मिलेगा। राठौर के इस प्रदर्शन से उनके विरोधियों में भगदड़ मची हुई है। दावेदारों के चेहरे बता रहे हैं कि लोकप्रिय विधायक सुरेश राठौर के सामने टिकट की राह इतनी आसान नहीं है।