नदी के रपटे पर आया उफान, भंडारे में गए श्रद्धालुओं की मुश्किल में फंसी जान..
पुलिस ने संभाली कमान, रेस्क्यू कर 200 श्रद्धालुओं की बचाई जान..
पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: राजाजी टाइगर रिजर्व पार्क में सुरेश्वरी देवी मंदिर में भंडारे में पहुंचे करीब 200 श्रद्धालु नदी के रपटे पर पानी का उफान आने पर बीच मे फंस गए। सूचना पर रानीपुर कोतवाली की पुलिस मौके पर पहुंची और जल पुलिस ने बोट की मदद से श्रद्धालुओं को सुरक्षित निकाला। वहीं, रपटे पर खड़ी एक गाड़ी भी तेज बहाव में बह गई। जो कुछ दूरी पर दूसरे रपटे में फंस गई। पुलिस के मुताबिक, शनिवार को सुरेश्वरी देवी मंदिर में भंडारा था। जिसमें हरिद्वार, ज्वालापुर, कनखल के अलावा सहारनपुर आदि जगहों से भी श्रद्धालु पहुंचे थे। उसी दौरान तेज बारिश हो गई। पहाड़ों पर लगातार हो रही बारिश के चलते तेज पानी बहकर मंदिर से कुछ दूरी पर बने रपटे पर आ गया। जिससे श्रद्धालु मंदिर परिसर में ही फंस गए। कई घंटे बाद भी जब रपटे पर पानी का बहाव कम नहीं हुआ तो मंदिर समिति ने पुलिस को सूचना दी। रानीपुर कोतवाली प्रभारी विजय सिंह, एसएसआई नितिन चौहान सहित पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे और जल पुलिस को बुलाया। वन विभाग की टीम भी मौके पर पहुंच गई। जल पुलिस की टीम ने राफ्ट की मदद से श्रद्धालुओंं को सुरक्षित निकाला। कोतवाली प्रभारी विजय सिंह के नेतृत्व में पुलिस व जल पुलिस के अलावा वन रेंजर विजेंद्र दत्त तिवारी, मंदिर समिति के मंत्री आशीष मारवाड़ी, अभिनव आदि ने भी रेस्क्यू में मदद की।
—————————————-दूसरी तरफ, उत्तरी हरिद्वार में सूखी नदी के रपटे से बहकर हर की पैड़ी पहुंची गाड़ियों को निकालने में एसडीआरएफ की टीम जुटी हुई है। पुलिस की छानबीन में सामने आया है कि देहरादून से कुछ लोग शव यात्रा लेकर खड़खड़ी श्मशान घाट पर पहुंचे थे। उन्होंने अपनी गाड़ियां सूखी नदी के रपटे पर खड़ी की थी। अंत्येष्टि से वापस लौटने से पहले ही रपटे पर तेज तूफान आ गया और उनकी गाड़ियां बह गई। यह सभी लोग देहरादून के नथवा वाला क्षेत्र के बताए जा रहे हैं। खड़खड़ी चौकी प्रभारी संजीत कंडारी समेत एसडीआरएफ की टीम गाड़ियों को निकालने की जद्दोजहद में लगी है।: