
पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार/मंगलौर: प्रेमी के साथ लिव इन में रहने वाली एक महिला की आठ साल बाद पति से मुलाकात के बाद पुराना प्यार जाग उठा। प्रेमी को शक होने पर उसने टोका-टाकी की तो पति-पत्नी ने जहर देकर प्रेमी को मौत के घाट उतार दिया।

घटना सिडकुल क्षेत्र में सामने आई। दूसरी तरफ, मंगलौर में नशे की लत और पैसों के लेनदेन के विवाद में एक दोस्त ही दूसरे दोस्त का कातिल बन बैठा। पुलिस ने दो दिन के अंदर ही कातिल को गिरफ्तार कर हत्या में इस्तेमाल 315 बोर का तमंचा भी बरामद कर लिया।

दोनों केस की गुत्थी सुलझाने पर पुलिस कप्तान प्रमेंद्र डोबाल ने मंगलौर कोतवाली प्रभारी अमर चंद शर्मा और सिडकुल थानाध्यक्ष मनोहर भंडारी को शाबाशी दी।
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केस नंबर एक….

एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार सिंह ने बताया कि सिडकुल क्षेत्र में रावली महदूद चौहान मार्केट के पास कमरे में एक फैक्ट्री कर्मचारी लक्ष्मण निवासी ग्राम खजुरिया धुरिया पलिया थाना माधोटाण्डा कलीनगर जिला पीलीभीत का शव मिला था। इस मामले में लक्ष्मण के भाई श्रीराम ने अपने भाई की हत्या का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया था।

थानाध्यक्ष मनोहर भंडारी ने खुद इस मामले की जांच की। पड़ताल में सामने आया कि लक्ष्मण आठ साल से अंजू नामक महिला के साथ लिव इन में रहता आ रहा था। अंजू झारखंड के जिला दुमका से अपने पति मधु राय से विवाद के चलते पति व मासूम बेटे को छोड़ आई थी। बरेली में उसकी मुलाकात लक्ष्मण से हुई थी।

पोकलैंड चलाने वाला लक्ष्मण के घरवालों ने शादीशुदा महिला को घर लेकर आने पर आपत्ति जताई तो दोनों काम की तलाश में हरिद्वार आ गए और सिडकुल क्षेत्र में रहने लगे। हरिद्वार के प्रेमनगर आश्रम में परिचितों से मिलने के दौरान कुछ दिन पहले सत्संग में अंजू देवी की मुलाकात अपने पति मधु राय से हो गई।

गिले शिकवे दूर होने और कई साल बाद अपने 8 साल के बेटे को देखकर अंजू देवी को अच्छा लगा। उसने अपने प्रेमी लक्ष्मण को बोलकर कमरे के पास ही मधु राय व बेटे की रहने की व्यवस्था करा दी। आस-पास वालों को बताया कि वे उसका भाई और भतीजा है। रोज मिलना जुलना होने पर लक्ष्मण को शक हुआ तो उसने अंजू को रोका। यहां तक की मारपीट भी हुई। तब पति-पत्नी ने लक्ष्मण को अपने रास्ते से हटाने की योजना बनाई। मौका पाकर दोनों ने खाने में जहर देकर लक्ष्मण को मार डाला और कमरा बंद कर भाग गए।

टीम में थानाध्यक्ष मनोहर सिंह भण्डारी, कांस्टेबल कुलदीप डिमरी, महिला कांस्टेबल शांता व मुकेश कुमार शामिल रहे।
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केस नंबर दो….

एसपी देहात स्वप्न किशोर सिंह ने बताया कि दो दिन पहले मंगलौर कोतवाली क्षेत्र के गांव झबीरन में एक बाग के अंदर चारपाई पर एक कपिल नामक युवक का शव मिला था। प्रथम दृष्टया माना जा रहा था कि युवक की हत्या की गई है।

कोतवाली प्रभारी अमर चंद शर्मा के नेतृत्व में टीम ने छानबीन की। पता चला कि युवक आखिरी बार अपने दोस्त अंकित के साथ बाइक पर दिखाई दिया था। पुलिस ने अंकित को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने कुबूलनामा करते हुए बताया कि कपिल के साथ उसका पैसे और नशे को लेकर विवाद था। कपिल बार-बार नशा लाने के लिए कहता था और समय समय पर पैसे की मांग भी करता था। परेशान होकर उसने कपिल का फोन उठाना बंद कर दिया था। कपिल ने उसको गंदी गंदी गालियां और धमकी दी। जिससे आहत होकर अंकित ने कपिल को रास्ते से हटाने का मन बना लिया।

वारदात वाले दिन आरोपी कपिल के लिए नशा लेकर आया था और जब कपिल को नशा चढ़ने लगा तो खाना लेने का बहाना करके चला गया। उसके बाद जब वह आया तो कपिल सो रहा था। तब उसने कपिल की गोली मारकर हत्या कर दी थी।
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सीओ मंगलौर विवेक कुमार ने बताया कि दोनो आपस में काफी अच्छे दोस्त थे, झबरेड़ा में हुई चोरी के मामले में दोनो दोस्त एक मुकदमे में एक साथ जेल भी जा चुके थे।

और आरोपी अंकित इससे पहले गैर इरादतन हत्या के मामले में भी जेल जा चुका था। आरोपी अंकित को मंगलौर लंढौरा रोड से गिरफ्तार कर उसकी निशानदेही पर घटना में शामिल तमंचा मय खोखा कारतूस बरामद किया गया।

पुलिस टीम में कोतवाली प्रभारी निरीक्षक अमर चंद्र शर्मा, एसआई नवीन नेगी, एसआई रफत अली, अपर एसआई गजपाल राम, कांस्टेबल रविंद्र खत्री शामिल रहे।