जाने लोग कैसे-कैसे: मजदूर को पुलिस ने दिलाए होटल कारोबारी से मजदूरी के पैसे..
एक साल पहले होटल में लगवाए थे पर्दे, बकाया 74 हजार में सिर्फ 50 हजार देकर छुड़ाई जान..

पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: धर्मनगरी में धन्ना सेठों की कमी नहीं है, लेकिन कुछ लोग ऐसे भी हैं, जो मजदूरों की मजदूरी अदा करने में भी एड़ियां रगड़वाते हैं। ऐसा ही मामला खड़खड़ी पुलिस चौकी पहुंचा। पर्दे लगाने का काम करने वाले ज्वालापुर के एक मजदूर को गोविंदपुरी निवासी प्रॉपर्टी डीलर व होटल कारोबारी से अपनी खून पसीने की गाढ़ी मजदूरी के पैसे निकालने के लिए पुलिस से गुहार लगानी पड़ी।

आमने-सामने बैठाने और काफी झिकझिक करने के बाद होटल कारोबारी ने बकाया 74 हजार रुपये में से महज 50 हजार रुपये देकर जान छुड़ा ली। हालांकि, मजदूर ने भी शुक्र मनाया कि महीनों बाद आखिरकार मजदूरी की कुछ रकम तो वापस मिली। ये मामला चर्चा का विषय बना हुआ है।

बताया गया है कि मध्य हरिद्वार की गोविंदपुरी कॉलोनी निवासी फ्लैट बनाकर बेचने वाले एक कारोबारी ने कुछ समय पहले उत्तरी हरिद्वार में होटल खरीदा था। जिसके बाद उसका नाम भी बदला गया। होटल में ज्वालापुर की एक दुकान से पर्दे लगवाए गए थे। पर्दे लगाने वाले एक मजदूर के 74 हजार रुपये तभी से बकाया चले आ रहे हैं।

घर से होटल और होटल से दफ्तर के बीच चक्कर काटकर थक चुके मजदूर ने तंग आकर पुलिस से मदद की गुहार लगाई। पुलिस ने होटल कारोबारी को बुलवाया। बचाव के लिए पड़ोसी सेठ को साथ लेकर पहुंचे होटल कारोबारी ने पहले तो रकम लौटाने में आना कानी की, लेकिन पुलिस की सख्ती देखकर 50 हजार देने पर हामी भरी।

तब मजदूर ने भी इसी पर संतोष करते हुए रकम ले ली। मगर सेठ की कंजूसी और मजदूर की दरियादिली का यह मामला शहर के व्यापारी वर्ग में चर्चाओं का विषय बना हुआ है।