पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: जिला कारागार में रामलीला मंचन के दौरान दो कैदी फरार हो गए। जिनमें एक रुड़की निवासी कुख्यात प्रवीण वाल्मीकि का गुरु का बताया गया है। जबकि दूसरा गोंडा उत्तर प्रदेश का निवासी है।
ऐसा बताया गया है की जेल में रामलीला मंचन के दौरान दोनों जेलकर्मियों की आंखों में धूल झोंक कर भाग निकले। जेलकर्मी पहले अपना स्तर से तलाश करते रहे। बाद में पुलिस को सूचना दी गई
। कैदी फरार होने की सूचना से देहरादून तक हड़कंप मच गया। पुलिस उत्तर प्रदेश तक शिद्दत से दोनों की तलाश में जुट गई है। इस पूरे मामले में लापरवाही को लेकर जेल अधिकारियों पर गाज गिरनी तय मानी जा रही है।
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हत्या के मामले में उम्रकैद काट रहा था पंकज……
रुड़की निवासी पंकज का जुड़ाव कुख्यात प्रवीण वाल्मीकि से बताया जा रहा है और वह हत्या के मामले में उम्रकैद की सजा काट रहा था। जबकि गोंडा उत्तर प्रदेश निवासी रामकुमार विचाराधीन कैदी है।
ऐसा बताया गया है कि जेल में रामलीला के दौरान रोजाना शाम के समय सभी कैदी और स्टाफ रामलीला मंचन देखते आ रहे थे। व्यस्तता का फायदा उठाकर दोनों कैदी दबे पांव भाग निकले।
हालांकि, अभी यह साफ नहीं हो पाया है कि कैदी दीवार बांधकर भागे हैं या फिर दरवाजे के रास्ते चकमा देकर निकले हैं।
जेल में अक्सर होते आ रहे धार्मिक आयोजन…..
करीब 2 साल पहले वरिष्ठ जेल अधीक्षक मनोज आर्य के आने के बाद से जेल में लगातार धार्मिक आयोजन होते रहते हैं। अधीक्षक का मानना है कि कैदियों के जीवन में बदलाव लाने और नैतिक रूप से मजबूत करने के लिए ऐसे कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।
जेल में जन्माष्टमी, रामलीला से लेकर भागवत कथा तक के आयोजन लगातार हो रहे थे। जिम शहर के प्रमुख संत-महंत और समाजसेवी भी लगातार शामिल होते थे। राम बारात जैसे आयोजन तो पूरे बैंड बाजा के साथ संपन्न हुए।
पिछले 10 दिन से रामलीला मंचन के दौरान भी जेल में माहौल पूरी तरह अलग था। कैदी ही राम और लक्ष्मण समेत सभी रोल निभा रहे थे। जेल में इस साल विजयदशमी यानी दशहरा पर रावण दहन की भी पूरी तैयारी की गई थी। लेकिन इससे पहले ही दो कैदियों ने फरार होकर जेल की रामलीला के अंतिम चरण और रावण दहन का मजा किरकिरा कर दिया।