पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: पुलिस कप्तान प्रमेन्द्र डोबाल के निर्देश पर फरार व इनामी अपराधियों की गिरफ्तारी को लेकर चलाए जा रहे अभियान में हरिद्वार पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है।
विदेश भाग रहे एक 10 हजार के शातिर इनामी को पुलिस दिल्ली एयरपोर्ट से खींच लाई। गिरफ्तारी से बचने के लिए शातिर लगातार ठिकाने बदलता आ रहा था। लेकिन सोशल मीडिया की लत उसकी कमजोरी निकली। वह लगातार सोशल मीडिया पर अपने फोटो वीडियो अपडेट करता रहा।
इधर पुलिस उसकी हर हरकत पर नजर रखती रही। विदेश भागने की मंशा को भागते हुए पुलिस ने उसका लुक आउट नोटिस जारी किया था। ठोस इनपुट मिलने पर एक टीम ने उसे दिल्ली एयरपोर्ट जाकर गिरफ्तार कर लिया। इस बड़ी सफलता में इंस्पेक्टर एलआईयू नीरज यादव, श्यामपुर थाना प्रभारी नितेश शर्मा और एएसआई इरशाद मलिक की टीम को पुलिस कप्तान प्रमेंद्र डोबाल ने शाबाशी दी है।
पुलिस के मुताबिक वर्ष 2020 में देहरादून एसटीएफ ने विनय थापा के साथी हितेश कुमार को 41 ग्राम स्मैक के साथ पकड़ा था, इस घटना के आधार पर थाना श्यामपुर में NDPS एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया था। विवेचना के दौरान, मुख्य आरोपी हितेश के साथ विनय थापा का भी नाम उजागर हुआ था। पुलिस ने थापा की गिरफ्तारी के प्रयास किए, लेकिन “प्रेमनगर, देहरादून” का अधूरा पता होने के कारण उस तक पहुंचना मुश्किल हो गया। लगातार फरार रहने पर पुलिस ने थापा के खिलाफ गैर-जमानती और कुर्की वारंट की अर्जी कोर्ट में दाखिल की, जिसके बाद कोर्ट से आदेश जारी हुए। मामले की गंभीरता को देखते हुए एसएसपी हरिद्वार ने आरोपी पर पहले पांच हजार का इनाम घोषित किया। कई प्रयासों के बावजूद गिरफ्तारी नहीं होने पर, 1 मार्च को इनाम की राशि बढ़ाकर दस हजार कर दी गई।
——————————-थाना श्यामपुर की पुलिस टीम ने विनय थापा तक पहुंचने के लिए अलग-अलग तरीकों का सहारा लिया। पुराने पते और डाटा की जांच की गई। थापा का पता लगाने के लिए स्थानीय मुखबिरों की भी मदद ली गई। उसके पुराने पते पर जाकर पुलिस ने जानकारी जुटाई कि विनय थापा पहले देहरादून में मोटर साइकिल का व्यापार करता था और अपने दोस्तों के साथ राजपुर रोड के बार में स्नूकर खेलता था। 2019 में विनय की मोटरसाइकिल सीज हुई थी, जो उसके नाम पर ही पंजीकृत थी।
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पासपोर्ट डिटेल्स और सोशल मीडिया की सहायता….पुराने रिकार्ड से मिली मोटर साइकिल की जानकारी के आधार पर पुलिस ने आरटीओ से डेटा लिया। जानकारी के मुताबिक, थापा ने अपनी पहचान के लिए पासपोर्ट का इस्तेमाल किया था। पासपोर्ट डिटेल्स से दिल्ली के ब्यूरो ऑफ इमिग्रेशन विभाग से संपर्क कर जानकारी प्राप्त की गई कि आरोपी ने घटना के बाद से दुबई, थाईलैंड और मलेशिया जैसे देशों की यात्रा की थी। पुलिस ने उसकी सोशल मीडिया गतिविधियों पर भी नजर रखी और इंस्टाग्राम पर उसकी हर पोस्ट को ट्रैक करना शुरू किया।
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LOC (लुकआउट सर्कुलर) जारी और गिरफ्तारी….श्यामपुर पुलिस ने विनय थापा की विदेश यात्रा की योजना को देखते हुए LOC जारी कराने के लिए विभाग से समन्वय किया। 29 अक्टूबर को थापा के खिलाफ LOC जारी किया गया। इसके बाद, दिल्ली एयरपोर्ट पर थापा की ट्रेसिंग हुई, जब वह एक बार फिर विदेश भागने की फिराक में था। सूचना मिलते ही श्यामपुर पुलिस टीम ने तुरंत दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचकर इमिग्रेशन ब्यूरो से कागजी कार्यवाही पूरी की और उसे हिरासत में ले लिया।
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पुलिस टीम की सराहनीय मेहनत और योगदान…
इस महत्वपूर्ण सफलता के बाद हरिद्वार एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल ने टीम की सराहना की। खासतौर से एएसआई इरशाद मलिक ने इस ऑपरेशन में प्रमुख भूमिका निभाई पुलिस टीम में एलआईयू इंस्पेक्टर नीरज यादव, श्यामपुर थानाध्यक्ष नितेश शर्मा, चंडीघाट चौकी प्रभारी विक्रम सिंह बिष्ट, हेड कांस्टेबल प्रमोद कुमार व कांस्टेबल गम्भीर सिंह शामिल रहे।